बच्चों को बताया दीपोत्सव का महत्व, अंधेरे पर प्रकाश की जीत की सुनाई कहानी

लिटिल फ्लावर किड्स एकेडमी के विद्यार्थियों ने दीपावली का पर्व धूमधाम से मनाया। इस अवसर को यादगार बनाने के लिए स्कूल की ओर से दिवाली उत्सव कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत लक्ष्मी-गणेश पूजन और प्रार्थना के साथ हुआ। छात्रों की ओर से दी गई अद्भुत प्रस्तुतियों ने अंधेरे पर प्रकाश की जीत, अज्ञान पर ज्ञान, बुराई पर

अच्छाई और निराशा पर आशा की भावना पैदा की।
बच्चों के लिए रंगोली, दीया डेकोरेशन, थाली डेकोरेशन, अन्य प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।
निदेशक लक्ष्मन दास ने विद्यार्थियों को प्रेरित कर संदेश दिया कि हमारा भाग्य हमारे कर्मों से परिभाषित होता है और इसलिए हमें जीवन में हमेशा सही काम करने चाहिए। हमें हमेशा भगवान राम से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अपने मन के अंधकार को दूर करने के लिए ज्ञानरूपी प्रकाश का दीपक जलाना चाहिए ।
इस उत्सव पर दीपावली का त्यौहार सुरक्षित तरीके से मनाने की सलाह दी। पर्यावरण बचाने के लिए दिवाली पर तेज आतिशबाजी नहीं कर सुखद व स्वच्छ दिवाली मनाने का संदेश सभी को दिया गया। इस दौरान बच्चों को प्रदूषणमुक्त दिवाली मनाने की शपथ दिलाई गई।
स्कूल प्रशासन ने स्टूडेंट्स को कहा कि दीपावली का

त्यौहार खुशियों और सुख-समृद्धि का त्यौहार है। यह पांच दिवसीय हिंदुओं की ओर से मनाया जाने वाला सबसे बड़ा त्यौहार है। यह 14 साल के वनवास के बाद भगवान राम की वापसी और राक्षस रावण पर उनकी जीत को चिन्हित करने के लिए मनाया जाता है।
दीपावली का त्यौहार असत्य पर सत्य की जीत और अंधकार पर प्रकाश की विजय का प्रतीक है। केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक नहीं बल्कि इसका सामाजिक, आध्यात्मिक, पौराणिक, ऐतिहासिक और आर्थिक महत्व भी है ।

रिपोर्टर मुकेश कुमार शर्मा