बदायूं।आंगनवाड़ी श्रमिक संघ एटक के द्वारा सोलहवें दिन अनिश्चितकालीन धरना एजुकेटर व्यवस्था के खिलाफ मालवीय आवास गृह में जारी रहा बरसात में भी भारी भीड़ जुटी नहीं तोड़ रही है।हौसले आंगनवाड़ी एजुकेटर व्यवस्था के खिलाफ एक जुट है। आंगनवाड़ी मालवीय आवास ग्रह के प्रांगण में जिला अध्यक्ष मिथिलेश कुमारी ने संबोधित करते हुए कहा कैसा प्रजातंत्र है ।देश की महिलाएं धरने पर बैठी हैं समस्या तो दूर की बात है कोई भी खैर खबर लेने भी नहीं आए हैं आलाअधिकारी उन्होंने कहा एजुकेटर व्यवस्था आंगनबाड़ियों को आयामें तब्दील कर देंगे आउटसोर्सिंग से जिस तरह एजुकेटर भर्ती होगी उसके ऊपर एक सीनियर एजुकेटर होगा सरकार ने इन्हें देने से तो कुछ रहा बल्कि आंगनबाड़ियों को खत्म करने की योजना तैयार की है इस समय आंदोलन को मजबूत करने की जरूरत है हम सब बहनें एकजुट होकर इस लड़ाई को लड़े हमारा लक्ष्य एक ही है ।एजुकेटर व्यवस्था खत्म करना उन्होंने आज सभी परियोजनाओं से आग्रह किया मेरे नेतृत्व में 2016 की भी लड़ाई इसी मैदान से लड़ी गई थी और हमें जीत मिली थी₹800 बढ़ाने का काम जो हुआ वह आंदोलन से हुआ था 8 वर्ष बाद इतनी महंगाई बढ़ने के बाद इन महिलाओं की तरफ सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया है ।अपने वेतन और सुविधाएं का पैसा बढ़ाया गया परंतु इन पढ़ी-लिखी नारियों पर पैसा ना बढ़कर उनके साथ नाइंसाफी की गई है इसलिए सभी परियोजनाओं से ज्यादा संख्या में मालवीय आवास गृह में निरंतर पहुंचे यह धरना आर पार के साथ लड़ा जा रहा है ।इस अवसर पर वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष ममता भदोरिया जिला कोषाध्यक्ष प्रेमलता ने कहा हम तो स्थानीय समस्याओं को भी लेकर बैठे हैं जिसका लिखित पत्र दिया जा चुका है आंगनबाड़ियों से बीएलओ का काम लिया जाता है उन्हें ना तो मोबाइल दिया गया है ना रिचार्ज का पैसा मिलता है चंद पैसों में इसे लिया जा रहा है। ज्यादा पैसों कामभुगतान अधिकारी और कर्मचारियों का होता है और सबसे ज्यादा मेहनत आंगनबाड़ी करती है। आंगनबाड़ियों का मानदेय जब चाहे तब अधिकारी काट लेते हैं आखिर चंद पैसों को भी काट लिया जाता है। इन बेचारी पढ़ी-लिखी नारियों पर कितना जुल्म किया जा रहा है कटे हुए मानदेय को शीघ्र बनवाया जाए परंतु विभाग के डीपीओ महोदय ने इन आंगनबाड़ियों से बात करना भी मुनासिब नहीं समझा आखिर क्या गुनाह है। अपनी मांगों को मांगना हक की लड़ाई लड़ी जा रही है कोई खैरात नहीं मांगी जा रही है हमारा परिश्रम इतना है ।हम लोग मानसिक विकृत हो चुकी है अभी उझानी विकासखंड की ग्राम नसरुल्लापुर पर तैनात आंगनवाड़ी किरण देवी का अधिकारियों के तनाव के ही कारण एक्सीडेंट हुआ और उनकी मौत हो गई ऐसे कई उदाहरण है विभाग अब जान लेने पर तुला हुआ है परंतु आंगनवाड़ी बहनों से आग्रह है इसी तरह ऊर्जा बना रहे यह देश भी आंदोलन से ही आजाद हुआ हमें संघर्ष करने की जरूरत है इस अवसर पर सुधा उपाध्याय सुषमा गंगवार गायत्री सागर वर्षा रानी मनोरमा शर्मा सीता राठौड़ रामरति सुखरानी सूरजमुखी मीना शर्मा मंजू सक्सेना सुनीता समेला सरोज सेरो बानो शबनम असलम सुलेखा बिरावती कुमकुम गुप्ता नुसरत सीता राठौड़ रीता सिंह नजमा भी चांद माया देवी भू देवी संतोष किरमिक अनशन पर आज अमृत शीला धरमशिला कल देवी उषा कुमारी विमलेश कुमारी निरंतर की तरह आज भी क्रमिक अनशन पर रही धरना जारी है आज डीपीओ ने कई परियोजनाओं के लिए धरना प्रदर्शन करने वालों पर कार्रवाई का पत्र भेजा है जिसका विरोध किया गया। ऐसे पत्रों से आंदोलनकारी नहीं डरते हैं जो कारनामे है उनकी पोल खोली जाएगी आंदोलन और तेज किया जाएगा समस्याओं का निदान तो दूर गीदड़ धमकी से डरने वाली यह महिलाएं नहीं है ।सभी आंदोलन के लिए मजबूत है।