UP: CORONA free campaign will run in every village and ward, government will reward for good work
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में CORONA संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए महाअभियान शुरू करने का निर्देश दिया है. उन्होंने सभी डीएम को गांवों और शहरी wards में ‘मेरा गांव, CORONA मुक्त गांव’ और ‘मेरा वार्ड, कोरोना मुक्त वार्ड’ अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं. हर जिले में सबसे अच्छा काम करने वाले तीन-तीन गांवों और तीन-तीन वार्डों को पुरस्कार दिया जाएगा. साथ ही सरकार की ओर से ऐसे गांवों और वार्डों को विकास कार्यों के लिए अतिरिक्त धनराशि दी जाएगी.
CM YOGI ने यह आदेश सरकारी आवास पर TEAM 9 के साथ CORONA की रोकथाम को लेकर हुई समीक्षा बैठक में दिया. उन्होंने कहा कि गांवों में वृहद TESTING अभियान के अच्छे परिणाम मिल रहे हैं. निगरानी समितियों और RRT teams की मेहनत रंग ला रही है. ऐसे में इसे मिशन के रूप में लेने की जरूरत है. सभी गांवों में जागरूकता बढ़ाएं और प्रयास करें कि ‘CORONA मुक्त गांव’ के संदेश को हर ग्रामवासी अपना लक्ष्य बनाए.
बता दे CM ने कहा कि प्रदेश में ‘मेरा गांव, मुक्त गांव’ की तर्ज पर POLICE विभाग ने ‘मेरी लाइन, कोरोना मुक्त लाइन’ का संकल्प लिया है. यह प्रयास प्रेरणास्पद है. सभी के सहयोग से ही प्रदेश में कोरोना की स्थिति पर प्रभावी नियंत्रण संभव हुआ है. CORONA पर विजय पाने के लिए चिकित्साकर्मियों, पुलिसकर्मियों, स्वच्छताकर्मियों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, आशा बहनों सहित प्रदेश के हर नागरिक की भूमिका महत्वपूर्ण है.
CM YOGI की ओर से शुरू किया गया यह महाअभियान CORONAसंक्रमण रोकने में मील का पत्थर साबित होगा. इससे एक तो लोगों में जागरूकता आएगी. साथ ही तेजी से कोरोना संक्रमितों की पहचान कर उपचार कराया जा सकेगा. इससे काफी हद तक कोरोना संक्रमण पर रोक लगेगी. सीएम योगी ने पहले ही शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए अलग-अलग निगरानी समितियों और रैपिड रेस्पॉन्स टीमों का गठन किया था और डोर टू डोर स्क्रीनिंग की रणनीति बनाई थी. इसी का नतीजा है कि आज प्रदेश दूसरे राज्यों की अपेक्षा बेहतर स्थिति में है.
साथ ही सीएम योगी के UP model के इस Micro management को लेकर वर्ल्ड हेल्थ आर्गनाइजेशन (डब्ल्यूएचओ), नीति आयोग और Bombay high court ने भी प्रशंसा की है. केंद्र सरकार के सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने भी यूपी मॉडल को लागू किया है. अनिवार्य रूप से ऑक्सीजन कंटेनर्स, टैंकर्स और अन्य वाहनों में वेहिकल लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस लगाने के निर्देश दिए हैं. देश में पहली बार उत्तर प्रदेश में शुरू किए गए साफ्टवेयर आधारित OXYGEN Tracking system को बिहार ने भी लागू किया है. नीति आयोग ने ऑक्सिजन ट्रैकिंग और सप्लाई के रियल टाइम मैनजमेंट को काफ़ी सराहा है. प्रदेश सरकार ने दूसरे राज्यों के लिए भी कोविड प्रबंधन में नजीर पेश की है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल जिलों के डीएम से वर्चुअली संवाद में कहा था कि इस महामारी से निपटने के लिए गांव और शहर के लिए अलग-अलग कार्य योजना बनाएं. एक-एक गांव की तरफ से अभियान चले कि मेरा गांव कोरोना मुक्त. इसके लिए उन गांवों की सूची भी बनाई जाए, जिनमें एक भी संक्रमित नहीं है. ताकि वहां कोरोना मुक्त रहने के कारण दूसरे गांवों में बताए जा सकें.