अटल थे, अटल हैं, अटल रहेंगे

बदायूँ :- भारतीय जनता पार्टी बदायूं के तत्वावधान में आज बदायूं क्लब सभागार में पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म जयंती की पूर्व संध्या पर आयोजित काव्यांजलि का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष भाजपा राजीव कुमार गुप्ता ने समस्त कवियों के साथ सर्वप्रथम माँ सरस्वती की प्रतिमा एवं श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की चित्र पर माल्यार्पण किया गया। समस्त कवियों का शाल और माला पहनाकर सम्मान किया। माँ सरस्वती की वंदना अभिषेक अनंत ने की।


कवियों में सबसे पहले सचिव बदायूं क्लब डा अक्षत अशेष ने अटल के प्रति काव्यमय श्रधांजलि देते हुए कहा, कोई कहते हैं अटल बिहारी वाजपेयी, काल की कराल क्रूर चाल से दले गये, कोई कहते हैं श्रम की जलाकर मशाल, श्रम जन्य किसी रोग द्वारा वे छले गये, कोई कहते हैं स्वस्थ्य राजनीति के लिए वे अटल संदेश देके तम साथ ले गये, नहीं नहीं वे तो मेरे भारत का हाल चाल शहीदों को बतलाने स्वर्ग में चले गये।
कवि भूराज सिंह ने कहा,
अस्तित्व न रहे मेदिनी का दिनकर की हस्ती नहीं रहे ….. ये भी संभव है सागर में केवट या कश्ती नहीं रहे …,. वे कालचक्र के बाहर हैं,वे अमर हो गए हैं सुन लो….. मेरे सम्मुख मत कहा करो श्रद्धेय अटल जी नहीं रहे।
कवि चंद्र पाल सिंह सरल ने कहा,
बेशक नहीं गुलाव हैं हम ,पर मतलव की फुलवारी हैं
नज़र उठाकर देखो,हम ग़ुलशन में सब पर भारी हैं।
अभिषेक अनंत ने कहा,
अटल जिनके इरादे थे अटल जिनकी कहानी है
उन्हीं की याद में हमको अटल ये लौ जलानी है।
युवा कवि अखिलेश ठाकुर ने कहा,
जितने जरूरी देश को थे गांधी उतने ही,
नेताजी सुभाष चंद्र बोस भी जरूरी थे
वरिष्ठ कवि डा राम बहादुर व्यथित ने कहा,
खून से भीगी कोई कहानी लिखो।
इन शहीदों की जोशे जवानी लिखो।
सर होवे कलम कोई चिंता नहीं।
दूध को दूध ,पानी को पानी लिखो।
गोष्ठी का सफल संचालन अभिषेक अनंत ने किया।

कार्यक्रम के अंत में जिलाध्यक्ष भाजपा राजीव कुमार गुप्ता ने सभी का आभार व्यक्त किया।

इस मौके पर एमपी सिंह राजपूत, शैलेन्द्र मोहन शर्मा, धीरज पटेल, मोनिका गंगवार, अजय मथुरिया, मनोज गुप्ता, पंकज शर्मा, प्रेमलता दिवाकर, मुनीश अग्रवाल, संजीव शर्मा, मनोज चंदेल, मुकेश यदुवंश, जितेंद्र सोनकर, अभिषेक वर्मा, अमन साहू, रवि वाल्मीकि, राजू प्रजापति, नरेंद्र शर्मा, डॉ राजकुमार, डीपी पाल, आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।