जैतीपुर। कस्बे में चल रही श्रीराम जानकी रामलीला रविवार देर शाम रावण वध के साथ समाप्त हो गयी।राम ने अपने वाणों से रावण की नाभि में वाण मार कर अंत कर दिया। अधर्म पर धर्म की विजय प्राप्त कर राम ने
पृथ्वी को अत्याचारियों से मुक्त कर दिया। रामलीला मैदान में शाम होते ही राम-रावण का युद्ध देखने के लिए बड़ी संख्या में कस्बा सहित क्षेत्र के लोग मौजूद थे। जैसे ही राम अपने वाणों से रावण पर प्रहार करते, वैसे ही लोग जय श्रीराम का उद्घोष करते। काफी देर तक युद्ध
होने के पश्चात भी राम रावण को नहीं मार पाए। यह देख विभीषण ने रावण की मृत्यु का राज राम को बताया। राम ने वाण छोड़कर रावण की नाभि का अमृत सुखाकर रावण को मृत्यु की नींद सुला दिया।रावण वध के पश्चात पुतला दहन किया गया।
रिपोर्टर अनमोल यादव