मेला प्रभारी देखने का श्रीवास्तव के की टीम ने की कड़ी मेहनत,

पहली बार हुआ कि कोई दुर्घटना नहीं हुई मेले में

मेले में पहुंचे श्रद्धालु ने की खूब खरीददारी

सुंदर दूज होने के चलते रामगंगा घाट पहुंचे श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी..

गंदगी व प्रदूषण के खिलाफ एनजीटी जाएंगे विधि छात्र

रामगंगा घाट के किनारे एक सप्ताह से चला चौबारी मेला गुरुवार को समाप्त हो जाएगा,इस बार मेले में दूधराज के काफी लोग आए थे इस बार प्रशासन ने मेले की चाकसोमाद व्यवस्था की थी जिससे मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत नहीं हुई,अपर जिलाधिकारी प्रशासन दिनेश कुमार,पुलिस अधीक्षक नगर राहुल भाटी,एसडीएम सदर मेला प्रभारी रत्निका श्रीवास्तव पीसीएस अधिकारी शिल्पा एरान तृप्ति गुप्ता, व तहसीलदार सहित तमाम लोगों ने मेले के दौरान मोर्चा संभाले रखा पहली बार ऐसा हुआ है कि पूरे मेले के दौरान कोई भी दुर्घटना नहीं हुई इसके लिए मेला कमेटी व मेले में पहुंचे तमाम लोगों ने ने प्रशासन का आभार व्यक्त किया,

मेले में पहुंचे श्रद्धालु ने की खूब खरीददारी

मेले में पहुंचे श्रद्धालुओं ने घूब खरीदारी करी मेले में पहुंचे लोगों ने ढोलक लकड़ी और सजावटी सामान खरीद लोगों की बड़ी संख्या में मेले में आबा जाहि से लगातार सप्ताह भर तक काफी रौनक रही दिन रात रोशनी से जगमग परिसर में चहल कदमी से सुंदर माहौल बना रहा, शहर के लोग भी शाम को चौबारी मेल घूमने जाते थे और वहां बसा हुआ एक अलग शहर देखकर मंत्र मुग्ध हो जाते थे राजेंद्र नगर में रहने वाले शुभम अग्रवाल बताते हैं कि मैं कभी भी चौबारी मेला नहीं गया लेकिन मीडिया के माध्यम से पता लगा प्रशासन की बहुत सुंदर व्यवस्था है इसलिए हम पूरी परिवार के साथ इस बार शाम को मेला घूमने गए मेले में परिवार व बच्चों को बहुत अच्छा लगा.

सुंदर दूज होने के चलते रामगंगा घाट पहुंचे श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी..

सुंदर दूज होने के चलते रामगंगा घाट पहुंचे श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई मानता है कि जो लोग गंगा स्नान या कार्तिक महीने में स्नान नहीं कर पाते अगर वह सुंदर दोष के दिन स्नान कर ले तो उन्हें वही पूर्ण प्राप्त होगा जो गंगा स्नान के दिन प्राप्त होता है सुंदर दूज के दिन सुबह से ही लोगों ने भीड़घट पर रही भक्तों ने गंगा में स्नान और पूजन कर मां गंगा से सुख समृद्धि की कामना की,

गंदगी व प्रदूषण के खिलाफ एनजीटी जाएंगे विधि छात्र

वही चौबारी मेले के बाद राम गंगा की स्थिति के अध्ययन के लिए पर्यावरण विधि के छात्रों के एक दल ने बुधवार को रामगंगा का भ्रमण किया छात्रों ने मौके पर पाया कि तमाम पर्यावरण कानून का खुला उल्लंघन किया गया है और गंगा के किनारो पर दूर तक कचरे के ढेर लगे हैं जिसमें भारी मात्रा में प्रतिबंधित सिंगल यूज प्लास्टिक थर्माकोल शामिल है जगह-जगह कचरा में ढेर में आग लगाकर वायु प्रदूषण किया जा रहा है नमामि गंगे प्रोजेक्ट के में गंगा की सहायक नदी राम गंगा भी शामिल है छात्रों का यह दल अगले सप्ताह NGT को इस संबंध में व्यापक रिपोर्ट प्रेषित करेगा छात्रों के दल का नेतृत्व विधि विभाग प्रभारी डॉक्टर प्रदीप कुमार जागर ने किया