चकबंदी विभाग के अधिकारियों ने किया बड़ा खेल चकबंदी विभाग के लेखपाल ने रकबा पूरा करने के नाम पर ली रिश्वत तथा मिठाई कानूनगो की जड़े हैं मंत्रालय तक लेखपाल के सामने डी डी सी नतमस्तक लेखपाल कानूनगो ने की अपार कमाई

सम्भल। बहजोई कोतवाली क्षेत्र के ग्राम मझोला में चकबंदी विभाग के लेखपाल कानूनगो सहायक चकबंदी अधिकारी के द्वारा चकबंदी का कार्य किया जा रहा है इस चकबंदी के अंतर्गत चकबंदी लेखपाल सुखपाल गौड लेखपाल विद्या बारिधि यादव चकबंदी लेखपाल अखिलेश शर्मा जोक शातिर खिलाड़ी हैं कानूनगो भूर सिंह जिनकी जिले भर में तूती बोल रही है बोले भी क्यों नहीं इसकी मुख्य वजह है उच्च अधिकारियों तक गहरी पहुंच है उनके सामने डी डी सी तथा एस ओ सी भी मुंह नहीं खोल पाते और ना ही उनके किए को काट पाते यह कानूनगो एक फोन करेंगे तो किसी का भी ट्रांसफर कर देते हैं जिस कारण से अधिकारी नतमस्तक रहने को मजबूर हैं रही बात सी ओ और ए सी ओ की यह क्यों अपने कमाऊ अधीनस्थों की हां को ना में बदलें यदि ना की तो किसी मंत्री के कोप का भाजन बन सकते हैं साथ ही होने वाली कमाई भी बंद हो जाएगी इस सभी के चलते चकबंदी लेखपाल सुखपाल गॉड लेखपाल विद्या बारिधि यादव चकबंदी लेखपाल अखिलेश शर्मा एवं कानूनगो भूर सिंह सहायक चकबंदी अधिकारी फकीरी लाल शाह ने एक राय होकर ग्राम मझोला की चकबंदी पूर्व की ग्राम समाज की भूमि एवं वर्तमान में हो रही चकबंदी के दौरान की जा रही कटौती से लगभग 350 बीघा आरजी अमीर लोगों के लालच बस साज हो ग्राम समाज की भूमि को अमीरों को कब्जे करवा दिए जा रहे हैं उनके इस कृत्य में ग्राम प्रधान आले नबी तथा उसके चाचा शाने अली का भरपूर सहयोग रहा इतना कुछ होने पर भी तहसील प्रशासन जिला प्रशासन स्तरीय अधिकारीगणों के द्वारा रखी जा रही चुप्पी।चंदौसी क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम मझोला में चकबंदी प्रक्रिया के अंतर्गत लेखपाल सुखपाल सिंह गॉड ने ग्राम मझोला की निवासिनी पार्वती देवी एक हरिजन परिवार की वृद्धा विधवा महिला से रकवा पूर्ण करने के नाम पर पांच हजार रुपए की रिश्वत ली है साथ ही पांच हजार की मिठाई लेकर भी उसकी खेती की जमीन का रकबा पूरा नहीं किया आज भी यह महिला जिला मंडल शासन स्तरीय अधिकारी गणों के कार्यालय में चक्कर लगा रही है उसकी किसी भी स्तर पर सुनवाई नहीं हुई उसकी एक साफ बजह यह भी है हो सकती है की चकबंदी लेखपाल सुखपाल सिंह गॉड के करीबी रिश्ते कानूनगो भूर सिंह से हैं और कानून को भूरे सिंह की पहुंच मंत्रालय तक है जैसा कि हमने दिनांक 30/10/23 को एक खबर के माध्यम से डी डी सी संभल तथा एस ओ सी संभल को अवगत करवाया था जिस पर डी डी सी तथा एस ओ सी ने चुप्पी सादली अब देखना यह है। कि डी डी सी तथा एस ओ सी रिश्वत तथा मिठाई लेने वाले उसे चकबंदी विभाग के लेखपाल के खिलाफ कुछ एक्शन ले पाएंगे क्या उसे गरीब हरिजन विधवा महिला को न्याय मिल पाएगा। आगे भी खबरों का अभियान जारी रहेगा।

सम्भल से खलील मलिक कि ख़ास रिपोर्ट