कादरचौक । देशभर में आज बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व दशहरा मनाया जा रहा है। बदायूं के कादरचौक में प्रसिद्ध राधाकांत मंदिर पर रामलीला में मंगलवार शाम को रावण दहन किया गया। रावण दहन के दौरान हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे। किसी ने रावण दहन को कैमरे में कैद किया तो किसी ने वीडियो कॉल के जरिए परिजनों को रावण दहन का दृश्य दिखाया।


बता दें कि 15वें दिन मंगलवार को राम-रावण युद्ध की लीला हुई । युद्ध के मैदान में जामवंत के प्रहार से जब रावण मूर्च्छित हो गया तो सारथी उसे लेकर लंका लौट आता है। अशोक वाटिका में बैठी हुई माता सीता त्रिजटा से युद्ध का समाचार पूछती हैं। त्रिजटा बताती है कि रावण बेहोश पड़ा है राक्षस उसे घेरे हुए हैं। सीता पूछती

हैं कि माता आप बताइए रावण कैसे मरेगा। त्रिजटा कहती है कि जब रावण की नाभि में तीर लगेगा तभी वह मरेगा। इसी बात को सुनकर खबर किसी तरह भगवान
श्री राम को पता चलती है। तो देर किस बात की


राम रावण के युद्ध के दौरान जब भगवान राम का पात्र स्वरूप द्वारा मारे गये तीर नाभि में लगते ही राम- में। राम कहते हुए प्राण त्याग दिये थे. इस मौके पर मेला कमेटी के अध्यक्ष उमेश चंद्र गुप्ता, संरक्षक बाबा ऋषि दाश इसी दौरान में दिनेश चंद्र गुप्ता पूर्व प्रधान दंगल इंचार्ज श्याम

सुंदर उपाध्याय व करन सिंह भदौरिया व मेला कमेटी सदस्य अश्वनी कुमार गुप्ता पूर्व प्रधान शिव प्रताप सिंह टिंकू दिनेश एवं धारा भैया प्रधान कादरचौक कौशल कुमार ब्लॉक प्रमुख श्याम सुंदर उपाध्याय। स्टेज इंचार्ज ज्ञानेंद्र सिंह तोमर व कमेटी मनोज राघव सीओ, शक्ति

सिंह, थानाध्यक्ष उदयवीर सिंह पुलिस फोर्स के साथ पूरी तरह अपनी ज़िम्मेदारी को निभाते हुए मेले किसी भी तरह की कोई कमी नहीं आने दी बड़ी ही शांति के साथ ग्रामीणों ने मरे हुए रावण की अशितियो को घर लेकर गए।

रिपोर्ट शिव प्रताप सिंह