सम्भल। अल्लामा इकबाल फाउंडेशन संभल के तत्वावधान में 19 अक्टूबर 2023 को नगर के इलाइट जूनियर हाई स्कूल सरायतरीन संभल में एक शैक्षिक गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसका विषय था। वर्तमान परिवेश में शिक्षा की आवश्यकता समस्याएं और उनको दूर करने के उपाय गोष्ठी का शुभारंभ हजरत सुल्तान मोहम्मद खान कलीम ने नाते रसूले पाक से किया।
अल्लामा इकबाल फाउंडेशन के महासचिव और इलाइट जूनियर हाई स्कूल प्रबंध समिति के अध्यक्ष शफीकुर्रहहमान शफीक बरकाती ने इस अवसर पर शिक्षा के क्षेत्र में दिन प्रतिदिन उन्नति करने पर जोर देते हुए बालक बालिकाओं एवं उनके अभिभावकों से आह्वान किया की शिक्षा एक ऐसी ज्योति है। जिससे पूरा परिवेश जगमगाता है । एक शिक्षित व्यक्ति अपने समाज अपने परिवार और अपने वातावरण को शुद्ध बनाने में सहायक सिद्ध होता है।इसलिए हम सब मिलकर शिक्षित समाज बनाने के लिए आगे आयें।
वरिष्ठ अधिवक्ता एवं साहित्यकार तौफीक आजाद एडवोकेट ने कहा शिक्षा वरदान है और अशिक्षा अभिशाप अल्लामा इकबाल फाउंडेशन के अध्यक्ष एमजीएम पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज संभल के पूर्व प्राचार्य एवं उर्दू विभाग अध्यक्ष प्रोफेसर आबिद हुसैन हैदरी ने अपने वक्तव्य में कहा कि आज की गोष्ठी हेतु दिया गया विषय बहुत प्रशंसनीय है । और इस पर भविष्य मै बहुत काम करने की आवश्यकता है ।

उन्होंने नई शिक्षा नीति पर विचार व्यक्त करते हुए कहा कि इस पर जोर देने और इस को समझने की जरूरत है ।।उन्होंने कहा की देहात के परिवेश में विद्यार्थियों का ड्रॉप आउट होना एक बड़ी समस्या है। जिससे हमारा शिक्षा अभियान जूझ रहा है। उन्होंने इस समस्या को दूर करने के लिए विद्यार्थियों के साथ उनके अभिभावकों और माता-पिता के साथ काउंसलिंग करने पर जोर दिया। इस अवसर पर इम्तियाज खान बरकाती ने कहा की शिक्षा प्राप्त करना हर इंसान का बुनियादी हक है और शिक्षा के बगैर मौजूदा दौर में जिंदगी नहीं गुजारी जा सकती
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि शिया पीजी कॉलेज लखनऊ के पूर्व उप प्राचार्य एवं केमिस्ट्री विभाग अध्यक्ष डॉक्टर सरवत तकी ने अपने वक्तव्य में वर्तमान परिवेश में शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि यह शिक्षा नीति जिसे हम नई शिक्षा नीति के नाम से जानते हैं। वह हमारे ग्रामीण परिवेश के लिए किसी बड़े चैलेंज से कम नहीं है लेकिन लगातार मेहनत और अपने ज्ञान ,विश्वास और दृण निश्चय से इस पर विजय प्राप्त की जा सकती है। उन्होंने शिक्षा को एक ऐसी धुरी बताए जिससे चहुंमुखी विकास होता है। ।उन्होंने कहा कि शिक्षा से एक और तो व्यक्तित्व का निर्माण होता है दूसरी और जीविका के संसाधन भी प्राप्त किए जाते हैं ।।उन्होंने कहा कि एक शिक्षित व्यक्ति ही सभ्य व्यक्ति हो सकता है ।
इस अवसर पर जिया उर रहमान बरकती ने शिक्षा के प्रचार प्रसार पर आधारित गीत प्रस्तुत किया ।


गोष्ठी की अध्यक्षता प्रोफेसर आबिद हुसैन हैदरी ने तथा संचालन शफीक उर रहमान शफीक बरकती ने किया।
जबकि हाजी बशीरुद्दीन खान,फरीद खान, नाजिया अली ,कुमारी राजश्री ,कुमारी शाहीन शकील, कु रिमशा खान, कुमारी शुमायला ,कुमारी हादिया सैफी ,कुमारी इल्मा खान कुमारी बेनजीर खान ,कुमारी रुबीना ,कुमारी अमरीन ,कुमारी रहमत जहां,गालिब सैफी, उजैफ खान , जिकरान खान, रेहनुमा खान आदि शिक्षक शिक्षिकाएं और गणमान्य लोग मौजूद रहे।अंत मै प्रबन्धक उमर खान गुडडु ने सभी अतिथियों का अभार व्यक्त किया।

सम्भल से खलील मलिक कि ख़ास रिपोर्ट