सम्भल। कैला देवी धाम में 15 अक्टूबर से 24 अक्टूबर तक चल रहे 10 दिवसीय सतचंडी महायज्ञ में आज देश के दुश्मनों का नाश करने के लिए विशेष आहुतियां देकर क्षेत्र की खुशहाली और सामान्य जनजीवन की तरक्की, उन्नति की मां कैलादेवी से प्रार्थना की गई।
श्री सतचंडी महायज्ञ में प्रातः काल से ही क्षेत्र से अपार जनसमूह यज्ञ में आहुतियां देने के लिए उमड पड़ा जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व विधायक एवं पूर्व मंत्री अजीत राजू, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष इंदू रानी, नेत्रपाल यादव, ओमवीर सिंह यादव, सतीश यादव, मुकेश प्रजापति, बंटी यादव, अरविंद यादव, जुगल किशोर, श्रीभान यादव ने मुख्य यजमान के रूप में

महायज्ञ में भाग लिया। इससे पूर्व अंतर्राष्ट्रीय हरिहर सेना के वरिष्ठ पदाधिकारी जीतपाल सिंह यादव तथा ब्लॉक प्रमुख पति हिर्देश कुमार यादव ने सभी अतिथियों को भगवा वस्त्र धारण कराकर रोली चावल से तिलक करके उनका अभिनंदन किया। इस अवसर पर कैला देवी धाम के पीठाधीश्वर महंत ऋषि राज गिरी ने कहा कि भारतीय संस्कृति संपूर्ण विश्व को अपना परिवार मानती है। परंतु गद्दार, राष्ट्र के दुश्मन, आतंकी तथा राष्ट्रद्रोही को सद्बुद्धि देने के लिए और अंततः खत्म करने के लिए भारतीय संस्कृति आदेश देती है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय जगत की चर्चा करते हुए कहा कि भारत सरकार इजरायल के साथ है तो भारत की संपूर्ण जनता जनार्दन को एक सुर में इजरायल की जीत की परमपिता परमात्मा से प्रार्थना करनी चाहिए। क्योंकि आतंकवाद न केवल इजराइल का दुश्मन है बल्कि हमारे देश भारत का भी दुश्मन है। महंत ऋषि राज गिरी ने श्रमजीवी अर्थात मजदूर और किसानों से प्रेम करना, सम्मान देना तथा हर प्रकार से उनकी उन्नति में खुश होने की सीख दी। आज मुख्य अतिथि और मुख्य यजमानों ने सभी आए हुए अतिथियों के साथ देश के गद्दारों आतंकियों और देश के दुश्मनों के सर्वनाश की विशेष आहुतियां दी।


हिंदू जागृति मंच के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार शर्मा ने यज्ञशाला का वैदिक महत्व बताते हुए उसकी परिक्रमा करने का विशेष आध्यात्मिक लाभ बताए। सभी यजमान अतिथियों और यज्ञ में शामिल होने वाले साधारण सदस्यों तथा अंतरराष्ट्रीय हरिहर सेना के सदस्यों ने यज्ञशाला की पांच बार परिक्रमा की और पुण्य लाभ प्राप्त किया।


भाजपा नेता राजेश सिंघल ने 10 दिवसीय शतचंडी महायज्ञ कार्यक्रम की भूरि भूरि प्रशंसा करते हुए सभी आयोजक मंडल की तारीफ की।

सम्भल से खलील मलिक कि ख़ास रिपोर्ट