सम्भल।बहजोई कोतवाली क्षेत्र में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की घोर लापरवाही आई सामने।
इमरजेंसी वार्ड से डॉक्टर नदारत फार्मासिस्ट कर रहे थे उपचार।
मृतक बच्चों के परिजनों लगाया आरोप समय रहते अगर इमरजेंसी वार्ड में डॉक्टर मौजूद होते तो बच सकती थी बच्चों की जान।
लगातार सुर्खियों में बना रहता है जनपद संभल का स्वास्थ्य विभाग।
बहजोई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का इमरजेंसी वार्ड बना सफेद हाथी।
इसी प्रांगण में सीएमओ से लेकर स्वास्थ्य विभाग के सभी आला अधिकारी बैठते हैं इसके चलते हुई इतनी बड़ी घोर लापरवाही।
मृतक बच्चों को नहीं मिली एंबुलेंस एक कंधे पर डाल कर ले गया दूसरा ई-रिक्शा से।
विभाग के उच्च अधिकारि है बेखबर।
बहजोई नगर के चितौरा रोड के रहने वाले दोनों बच्चे उम्र लगभग 10 से 12 वर्ष।
स्वास्थ्य विभाग लगातार चर्चा में बना रहता है कवि मरीज से पैसे मांगने के कभी उनके साथ में आबढ़ता करने कभी उनके प्रतीक लापरवाही बरतने के मामले आते रहते हैं सामने परंतु नहीं होती कोई कार्यवाही इसी के चलते स्वास्थ्य विभाग बनता जा रहा है दबंग।
सम्भल से खलील मलिक की रिपोर्ट