बदायूँ।सदर तहसील एक महिला को मृत दिखाकर गाँव के चंद लोगों ने बैनामा करा लिया जबकि महिला एक लंबे समय से गैर प्रांत में रह कर मेहनत मजदूरी करके जीवन यापन करती है महिला को जब पता चला कि मुझे मृत दिखाकर मेरी जमीन का किसी को बैनामा कर दिया है तब जाकर उसने डीएम,एसएसपी और उच्चधिकारियों को एक प्रार्थना पत्र देकर जीवित होने का साक्ष्य दिया।

और कार्रवाई की गुहार लगाई जिससे भूमाफियाओं को जमीन न मिलकर उसके नाम भूलेख में दर्ज कराई जाए।
सिविल लाइन थाना क्षेत्र के गांव पड़ौआ निवासी राम बेटी पुत्री डल्ली पत्नी स्वर्गीय वेदराम की शादी राम बेटी से हुई थी। जिसको 30 वर्ष पूर्व घर से मारपीट के निकाल दिया था तब से वह महिला गैर प्रांत में मेहनत मजदूरी करके अपना जीवन यापन करती थी जिसका जमीन गाटा संख्या 86 रकबा 6 बीघा 5 बिस्वा स्थित ग्राम पड़ौआ तहसील सदर की 2/9 भाग इसकी पूर्व स्वामी पूनो वेवा डल्ली से खरीदा था महिला राम बेटी का नाम जमीन की संख्या 86 खतौनी में दर्ज चला आ रहा है उस जमीन को महिला ने 1991 में 13 बिस्वा जमीन नत्थू लाल पुत्र अंगद निवासी पड़ौआ को बेच दी थी तथा शेष जमीन महिला राम बेटी के नाम आज भी चली आ रही है और महिला जीवित है

गांव के ही रामेश्वर दीनदयाल,डालचंद ,पप्पू उर्फ श्यामलाल पुत्र अंगन लाल निवासी पड़ौआ ने अपने नाम गाटा संख्या 86 में दर्ज करा ली है। जब महिला ने इस बात पर आपत्ति जताई तो रामेश्वर आदि ने बताया कि उसके पति स्वर्गीय वेदराम ने महिला को मृत दिखा का जमीन का बैनामा हमारी मां गंगा देवी को कर दिया था। जिसका गाटा संख्या 86 में नाम दर्ज करा लिया है। महिला ने आरोप लगाया है कि मेरे जीवित रहते हुए किसी को जमीन बेचने का अधिकार नहीं है।मैं इस जमीन की मालिक हूं रामेश्वर दयाल,दीनदयाल,डालचंद लाल आदि मेरी मूल्यवान संपत्ति को भूमाफियों के द्वारा बेच कर मोटा रुपया अर्जित करना चाहते है।


मैं अपने जीवित होने के प्रमाण पहले भी कई बार प्रार्थना पत्र के माध्यम से दे चुकी है।मगर अवैध बैनामा कराने वाले लोगों को राजनीतिक संरक्षण मिला होने के कारण पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा कोई कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।