भोजन की गुणवत्ता पर उठाए सवाल

कुंवर गांव। । बीआरसी केंद्र सलारपुर पर निपुण भारत मिशन के अंतर्गत एफ एल एन दो दिवसीय प्रशिक्षण के समापन के दिन मध्यान भोजन मानक के अनुसार ना मिलने से आक्रोशित ट्रेनर ने काटा हंगामा प्रशिक्षण लेने आए अध्यापकों ने जताया रोष खंड शिक्षा अधिकारी ने नहीं उठाया फोन
बीआरसी केंद्र सलारपुर पर निपुण भारत मिशन के अंतर्गत कक्षा चार व पांच के एफ एल एन दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर समापन के दिन प्रशिक्षण दे रहे ट्रेनर और अध्यापकों को मानक के अनुसार खाना और मध्यान भोजन न मिलने से काटा हंगामा जताया रोष प्रशिक्षण लेने आये अध्यापकों ने बताया पूर्व में यह व्यवस्था बीआरसी केंद्र पर भी हलवाई द्वारा खाना बनवाया जाता था इस बार डिब्बे पैक खाना दिया गया है। एक पैकेट की कीमत 200 रुपए लगाई गई है।लेकिन अबअध्यापकों के अनुसार ब्लॉक क्षेत्र में 116 प्राथमिक और संविलियन विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को दो दिवसीय ट्रेनर के लिए शासन द्वारा नाश्ता और मध्यान भोजन के लिए तीस हजार रुपया आया था।मध्यान भोजन के दौरान दिया गया भोजन से नाराज ट्रेनर शैलेंद्र सिंह ने बताया हम पांच ट्रेनरों को दो डिब्बे दिए गए।जबकि पांच लंच डिब्बे दिए जाने चाहिए इनमें हमारा पेट भी नहीं भर पाया। बीआरसी केंद्र पर खाना खाने के लिए और नाश्ते के लिए कोई उचित व्यवस्था नहीं खुले मैदान में खड़े होकर पॉलिथीन में सब्जी और भोजन दिया गया पॉलिथीन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।शासन द्वारा निषेध है नाश्ता और खाने की गुणवत्ता ठीक नहीं है। बंद पैकेट में सड़ी गली सब्जी दी जाती है।जिसे खाना भी मुश्किल हो जाता है । पानी पीने के लिए भी कोई उचित व्यवस्था नहीं है। जब-जब बीआरसी केंद्र पर अध्यापकों को प्रशिक्षण दिया जाता है। तब तब भोजन और नाश्ते को आने वाली राशि में घोटाला किया जाता है। अध्यापकों ने बताया यह व्यवस्था खंड शिक्षा अधिकारी सुनील कुमार स्वयं संभालते हैं मध्यान भोजन खुले मैदान में और भीषण गंदगी में जगह जगह बैठकर करना पड़ता है।जिससे ट्रेनिंग अध्यापकों ने रोष जताया है।इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारी से जानकारी करने को कई बार फोन द्वारा संपर्क किया गया। लेकिन उन्होंने हमेशा की तरह फोन उठाना ही उचित नहीं समझा।
खंड विकास अधिकारी विजयंत कुमार से भी संपर्क किया गया उन्होंने भी फोन रिसीव नहीं किया।