बदायूं।जिले में राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत सक्रिय क्षय रोगी खोज अभियान चलाया जा रहा है यह अभियान 5 मार्च तक चलेगा अभियान के तहत 4 दिनों में करीब तीन लाख अठारह हजार लोगों की स्क्रीनिंग की गई इसमें से 845 संभावित रोगियों के बलगम की जांच करने पर टीबी के 39 नए मरीज मिले जिन का इलाज शुरू कर दिया गया है जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ विनेश कुमार ने बताया की इस अभियान के तहत घर-घर जाकर टीमें टीबी के लक्षणों के आधार पर मरीजों को खोज रहे है अभियान के दौरान टीबी के प्रति लोगों में जागरूकता देखने को मिली जनपद को टीबी से मुक्त कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग जुटा हुआ है उन्होंने बताया कि टीबी की पहचान शुरुआती दिनों में हो जाए तो मरीज 6 माह के लगातार इलाज से ठीक हो जाता है टीबी का इलाज अधूरा छोड़ने पर यह रोग गंभीर हो जाता है और कुछ समय बाद यह मल्टीड्रग रेजिस्टेंट टीबी के रूप में सामने आता है जोकि गंभीर है टीबी के मरीज ड्रग रेजिस्टेंट ना हो इसके लिए स्वास्थ्य विभाग और ज़िला क्षय रोग इकाई की ओर से मरीजों को नियमित फॉलो– अप किया जाता है डीपीसी आसिफ रज़ा ने बताया टीबी के मरीज को पौष्टिक आहार मिल सके इसके लिए उन्हें इलाज के दौरान प्रतिमाह निक्षय पोषण योजना के तहत 500 रुपए पोषण भत्ते के रूप में सीधे मरीज के खाते में भेजे जाते हैं क्षय रोग के लक्षण के बारे में ज़िला क्षय रोग अधिकारी ने विस्तार से बताया कि 2 सप्ताह या अधिक समय तक खांसी आना खांसी के साथ बलगाम आना बलगम में कभी कभी खून आना सीने में दर्द होना शाम को हल्का बुखार आना वजन कम होना और भूख ना लगना टीबी के सामान्य लक्षण है।