बदायूं। कादरचौक क्षेत्र प्राथमिक विद्यालय सरफुद्दीन नगला में समग्र शिक्षा अभियान के अंतर्गत समेकित शिक्षा की ओर से दिव्यांग हिमांशु पुत्र हरिश्चंद्र को अल्प दृष्टि किट दी गई। समारोह के मुख्य अतिथि पूर्व जिला ट्रेनिंग कमिश्नर स्काउट संजीव कुमार शर्मा ने कहा समेकित शिक्षा मुख्य रूप से छात्र मतभेदों और विविधता को स्वीकार करने, समझने और उसमें भाग लेने के माध्यम से होती है। विद्या मंदिर इंटर कॉलेज उझानी के निदेशक शैलेंद्र यादव ने कहा कि स्कूल में सभी बच्चों के लिए शिक्षा है क्योंकि यह शिक्षा बच्चों को उनकी भिन्नताओं और अक्षमताओं की परवाह किए बिना शिक्षा प्रणाली में शामिल करने के लिए संदर्भित है।समेकित शिक्षा के विशेष शिक्षक सुरेश कुमार मिश्र ने कहा समेकित शिक्षा के मुख्य उद्देश्य बालकों की सामान्य कक्षाओं में शिक्षण व्यवस्था करना है या समान अवसर मनोवैज्ञानिक सोच पर आधारित है। जो व्यक्तिगत योजना के द्वारा उपयुक्त सामाजिक मानवीकरण और अधिगम बढ़ावा देती है। समावेशी शिक्षा व्यवस्था में दिव्यांग बालकों को सामान्य बालकों के साथ मानसिक रूप से प्रगति करने का अवसर प्राप्त होता है। इससे बालकों में सामाजिक तथा नैतिक गुण, प्रेम, सहानुभूति, आपसी सहयोग आदि गुणों का समावेश होता है। शिक्षण तथा सामाजिक स्पर्धा की भावना विकसित होती है।प्रधानाध्यापिका लेखा दिवाकर ने कहा विशेष शैक्षणिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए एक सामान्य छात्र और एक दिव्यांग को समान शिक्षा प्राप्ति के अवसर मिलने ही चाहिए। समारोह में दिव्यांग हिमांशु को चार्जेबल टेबल लैंप, हैंड मैग्नीफायर, 3डी मैग्नीफायर, ऑप्टिक मैग्नीफायर, बॉन्ड पेपर, बोल्ड मार्कर, काला चश्मा, दूरबीन एवं विभिन्न प्रकार के कलर किट प्रदान की। मौके पर शिक्षक निहाल उद्दीन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं समस्त स्टाफ मौजूद रहे।