कुंवर गांव। नगर पंचायत कुंवर गांव में लगभग 150 संरक्षित गौवंशीय पशुओं की संख्या है जिसके लिए कुंवर गांव में न तो कोई गौशाला है और न ही उनके खाने के लिए कोई व्यवस्था। जबकि योगी सरकार गौवंशीय पशुओं की रक्षा करने और बेहतर सुविधाएं देने की बात कह रही है कुंवर गांव थाने के आगे व मेन चौराहे के रोड पर दर्जनों गौवंशीय पशु बैठे रहते हैं और कूड़े कचरे में खाना ढूंढ़ते रहते हैं। जिनको आए दिन अज्ञात वाहन टक्कर मारकर भी चले जाते हैं जिनकी कभी कभार मौत भी हो जाती है और घायल भी हो जाते हैं जिसके लिए कुंवर गांव हिंदू जागरण मंच युवा वाहिनी के जिला उपाध्यक्ष भोले ठाकुर गायों की सेवा करने के लिए हमेशा प्रयासरत रहते हैं लेकिन नगर पंचायत प्रशासन इस ओर बिल्कुल भी सहयोग नहीं करता है। घटना दो दिन पहले की है जहां एक गाय की मौत रामलीला मैदान में और दो गायों की मौत थाने के सामने रोड पर अज्ञात वाहन के द्वारा हो गई थी जिसकी सूचना भोले ठाकुर द्वारा नगर पंचायत प्रशासन के ईओ को दी गई लेकिन ईओ ने फोन नहीं उठाया। जिसके बाद जब पुलिस प्रशासन को अवगत कराया गया तब जाकर नगर पंचायत जागा। जहां नगर पंचायत के कर्मचारियों द्वारा मृत गायों के शव को ट्राली में भरकर कहीं फिकवा दिया गया जबकि हिन्दू जागरण मंच युवा वाहिनी के जिला उपाध्यक्ष लगातार गायों के शवों को दफन कराने की बात कहते रहे लेकिन उन्होंने एक नहीं सुनी और गायों को कहीं दूरस्थ स्थान पर कुत्तों को नोचने के लिए फेंक दिया गया ।1- हिंदू जागरण मंच युवा वाहिनी के जिला उपाध्यक्ष भोले ठाकुर का कहना है कि नगर पंचायत में गायों की बुरी दुर्दशा हो रही है। गाय की मौत होने पर ईओ फोन नहीं उठाते हैं और न ही उनके द्वारा कोई सहयोग किया जाता ।2- समाज सेवी गोविंद महाजन का कहना है कि गायों की देखरेख के लिए नगर पंचायत द्वारा कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है अगर किसी गाय की मौत हो जाती है तो नगर पंचायत के ईओ द्वारा कोई सहयोग नहीं किया जाता है नगर पंचायत द्वारा गाय के शव को कुत्तों के लिए खाने को फेंक दिया जाता है। 3- नगर वासी रामू का कहना है कि नगर पंचायत में चौराहे पर रोड पर गाय बैठी रहती है जिनको अक्सर अज्ञात वाहन मारकर चले जाते हैं जिनको नगर पंचायत द्वारा फिकवा दिया जाता है ईओ फोन नहीं उठाते हैं। 4- नगर वासी राजा का कहना है कि कुंवर गांव में संरक्षित पशुओं की देखभाल के लिए कोई व्यवस्था नहीं और न ही कोई गौशाला है नगर पंचायत की तरफ से गायों की कोई देखभाल नहीं की जा रही है गाय की मौत होने नगर पंचायत प्रशासन सुनता ही नहीं है। इस संबंध में नगर पंचायत चेयरमैन पति संजय गुप्ता का कहना है कि मैं उस दिन था नहीं कर्मचारियों ने कही गायों को दबाया होगा।