सहसवान। घटना कल दोपहर की है बाबू कुरेशी अपने बेटों के साथ मुंबई के नल बाजार में रहते हैं और वहां फ्रूट का काम करते थे वही बाबू का भतीजा भी फ्रूट का काम करता है लोगों ने बताया बाबू का भतीजा किसी केस में दो साल से तिहाड़ जेल दिल्ली में बंद था जो अभी कुछ ही दिन पहले छूटकर मुंबई पहुंचा था वहां पर उसने देखा की जहां वो फ्रूट का ठिया लगाता है वहां पर उसके चाचा और चचेरा भाई लगाए हुए हैं इसी को लेकर चाचा भतीजे में रात को कुछ कहासुनी हुई थी अगले दिन कल सुबह जैसे ही चाचा अपने ठिये पर पहुंचे वही पर उनका भतीजा पहुंचा और उसने चाकू निकालकर आनन-फानन में चाचा को चाकुओं से गोद दिया बचाव में बाबू का बेटा भूरा भी आया उसने उसे भी नहीं बख्शा वह भी अस्पताल में जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहा है उधर लोगों की भीड़ दूर से तमाशा देखती रही किसी ने बचाने की हिम्मत नहीं दिखाई उसके बाद कातिल वहां से फरार हो गया फौरन पुलिस पहुंच गई और उन्हें हॉस्पिटल लेकर पहुंचीं जहां बाबू की मौत हो गई और उनका बेटा अभी अस्पताल में भर्ती है।

जैसे ही सहसवान में उनके परिवार वालों को इसकी खबर मिली घर में कोहराम मच गया क्योंकि बाबू का परिवार सारा सहसवान के नसरुल्लागंज में रहता है उन्होंने बाबू की बॉडी को सहसवान लाने का फैसला किया आज जैसे ही बाबू की डेथ बॉडी सहसवान पहुंची तो लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा मौके पर खड़ी भीड़ में सभी लोग यही कहते नजर आए अब रिश्तो का भी भरम नहीं रहा है पैसे की खातिर कोई भी किसी की जान ले लेता है ऐसा काम करके उसने चाचा भतीजी के रिश्ते को भी कलंकित कर दिया।

रिपोर्टर – सैयद तुफैल अहमद