बदायूँ। विकासखण्ड कादरचैक का गांव धनूपुरा गैर प्रांतों तक बेहद संवेदनशील होने के कारण बदनाम था। यहां का बाबरिया गिरोह देशभर में आपराधिक वारदातों को अंजाम देता था। घरों में कच्ची शराब बनाने और उसकी तस्करी का कारोबार कई पीढ़ियों से चल रहा था।

सरकारें बदलीं, अधिकारी बदले और सभी ने इस कारोबार पर रोक लगाने में पूरी ताकत झोंक दी लेकिन वक्त के साथ यह कारोबार यहां जड़ें जमाता चला गया। जब पुलिस तत्कालीन क्षेत्राधिकारी अनिरुद्ध सिंह ने सख्ती के साथ जागरूकता फैलाई तो लोग खुद भीतर से टूट गए। फिर यह हुआ कि भारी मात्र में शराब बनाने के उपकरण लेकर बच्चे और युवा आए और पुलिस के हवाले कर दिए ।

शनिवार को विकासखण्ड कादरचैक के गांव धनूपुरा के पंचायत घर में महिलाओं को जिलाधिकारी दीपा रंजन व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ0 ओ0पी0 सिंह ने पहंचकर यहां के लोगों को अन्य रोजगार के लिए प्रेरित किया कि अपना जीवन सम्मान के साथ जी सकें और बच्चों की चिंता करके बुरे कामों को छोड़कर अच्छी राह की ओर चलें। हालांकि धनूपुरा में शराब तस्करी का काम पूरी तरह से बंद है। जिसकी दोनों वरिष्ठ अधिकारियों ने सराहना करते हुए उन्हें स्वंय सहायता समूहों के माध्यम से अगरवत्ती व पशुपालन सहित अन्य प्रकार के रोजगार से जुड़ने की बात कही। यहां विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने अपने विभागों से सम्बंधित संचालित योजनाओं के बारे में जानकारी दी डीएम ने कहा कि वास्तव में जब महिलाएं आगे बढ़कर अपने घर के काम-काज के साथ समाज के लिए कुछ करती हैं, यह बहुत ही बड़ी उपलब्धी होती है, जिसे यहां के लोग स्वयं महसूस कर रहे होंगे कि कल क्या करते थे और आज क्या कर रहे हैं। मैं इसके लिए यहां के लोगों एवं पुलिस की टीम को बहुत बधाई देती हूँ। यह बहुत ही अच्छे सराहनीय कार्य की पहल है। मैं चाहूंगी कि यह गांव पूरे देश के लिए एक उदाहरण बने। अगर इंसान ठान ले तो कुछ भी नामुमकिन नहीं है। इस प्रकार की कुरीति को त्याग कर कुछ अच्छा करने का ठाना है तो यह सच बहुत बड़ी उपलब्धि है। इससे बच्चों को अब एक अच्छा वातावरण मिलेगा।

उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अच्छा कार्य करने वाली महिलाओं के नाम से परिवार की पहचान हो और सड़क, मौहल्ले बनाए जाएं, सभी सरकारी योजनाओं का लाभ प्राथमिकता के तौर पर लाभ दिलाया जाए। एसएसपी ने कहा कि यह जो अच्छा कार्य यहां के लोगों के द्वारा किया गया है, उसके लिए बहुत बहुत बधाई। कहीं भी किसी प्रकार की दिक्कत होती है तो प्रशासन पूरी मदद करेगा व पूरा सहयोग रहेगा। विभिन्न प्रकार की योजनाओं से यहां के लोगों को लाभांवित किया जाएगा। अन्य गांवों में अपने इस कार्य से जागरुक करें, जितना पैसा इससे पैदा होगा, उससे दुगना खर्च हो जाएगा। इसलिए इस प्रकार के कार्य को न करें। धनूपुरा की तस्वीर अब पूरी तरह से बदल चुकी है। यहां के स्थानीय लोग कच्ची शराब का बुरा काम पूरी तरह से छोड़ चुके हैं। अब ऐसे लोगों को अन्य प्रकार के अच्छे रोजगार में जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। इस अवसर पर ग्राम प्रधान भंवर लाल भी मौजूद रहे।

रिपोटर – शिव प्रताप सिंह