सहसवान! उप जिलाधिकारी ज्योति शर्मा ने प्राथमिक स्कूलों का औचक निरीक्षण किया आज उनके औचक निरीक्षण करने से प्राथमिक स्कूलों के टीचरो में हड़कंप मच गया वहीं उन्होंने टीचरों से कुछ सवाल किए जिसका उत्तर टीचर लोग संतोष जनक नहीं दे पाए लेकिन हैरान करने वाली बात एक और भी है जहां उपस्थिति पंजिका पर बिना स्कूल में आएं हुए भी उपस्थिति पंजिका पर उपस्थिति लग जाती है जबकि निरीक्षण के दौरान शिक्षामित्र इंचार्ज अशरफ अली विद्यालय में उपस्थित नहीं थे वही मौके पर सुलेखा माहेश्वरी उपस्थित मिली वहीं दूसरी ओर कम कम्पोजिट ग्रांट रजिस्टर को देखा गया जिसमें 20 उन्नीस में अंकन 25 000/की धनराशि आई थी उसका विवरण रजिस्टर पर उपलब्ध मिला रजिस्टर 2019 कंम्मलीट था बिल वाउचर दिखाने में विद्यालय के टीचर असमर्थ रहे 2021 का कम कम्पोजिट ग्रांट रजिस्टर का अवलोकन किया गया जिसमें अंकन 50,000 कम्पोजिट ग्रांट विद्यालय को प्राप्त हुई जिसका विवरण रजिस्टर पर उपलब्ध नहीं था सन 2021 मैं 50,000 कम्पोजिट ग्रांट मिला वह किस मद में खर्च किया गया वह भी बताने में विद्यालय के टीचर असमर्थ रहे वहीं दूसरी ओर पुस्तकों के बारे में जानकारी जुटाई गई तो उसका भी कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिला वही स्कूल की कुर्सियां पंखे का बिल मांगा गया तो उन्हें भी दिखाने में असमर्थ रहे आखिर कब तक चलता रहेगा इस तरह का घोटाला आखिर कब तक सरकार को पलीता लगाते रहेंगे प्राथमिक विद्यालय के टीचर वहीं दूसरी ओर उप जिलाधिकारी ज्योति शर्मा ने स्कूल परिसर में पेयजल की व्यवस्था हैंड वॉश की व्यवस्था को भी देखा वहीं उप जिलाधिकारी ने निर्देश दिए की अधूरे काम को जल्द से जल्द पूरा कराया जाए साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए स्वेटर वितरण में भी ठीक से कोई जवाब नहीं मिल पाया वही नगर पालिका क्षेत्र के परिषदीय विद्यालय में संचालित ऑपरेशन कायाकल्प के अंतर्गत अवस्थापना सुविधाओं के विकास की जिम्मेदारी बेसिक शिक्षा विभाग की है परंतु बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा न ही अभी स्कूल के छात्र छात्राओं को ठीक से शौचालय की व्यवस्था की गई है अतिरिक्त कक्षा कक्ष निर्माण तथा इंटरलॉकिंग का कार्य नहीं हुआ है इन सारी चीजों को लेकर आज उप जिलाधिकारी ने नाराजगी जताई और आगे निर्देश दिए इन सारी सुविधाओं को जल्द से जल्द ठीक कराया जाए लेकिन हैरान करने वाली बात तो यह रही की उप जिलाधिकारी के सवालों का जवाब टीचर लोग नहीं दे पाए तो आगे इन बच्चों के लिए क्या पढ़ाते होंगे इससे साफ नजर होता है की प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है वहीं दूसरी ओर खंड शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए गए हैं कि समय-समय पर स्कूलों का निरीक्षण किया जाए जिससे मनमर्जी करने वालों के खिलाफ कार्यवाही हो सके उप जिलाधिकारी ज्योति शर्मा ने कहा कि किसी भी हाल में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी!