महराजगंज:बीते 22 मार्च माह से सील भारत- नेपाल सीमा रविवार को कुछ शर्ताें के साथ खोल दी गई  है। नेपाल के गृह मंत्रालय की अनुमति के बाद रविवार को नवलपरासी जिले के महेशपुर, त्रिवेणी सहित 20 अन्‍य बार्डरों पर शर्तों के साथ पैदल आवागमन की अनुमति दी गई है। इसके पूर्व भी नेपाल सरकार द्वारा 10 बार्डर खोले गए थे। अब तक भारत से लगे नेपाल के 30 नाकों पर आवागमन की अनुमति मिल चुकी है।

रविवार को नेपाल के नवलपरासी जिले में स्‍थित महेशपुर बार्डर को खुलते ही लोग खुशी से झूम उठे। सीमा पर तैनात एपीएफ (आर्म पुलिस फोर्स) के जवानों ने नेपाल के महेशपुर बार्डर पर लगा बैरियर हटा लिया। सीमा खुलते ही नेपाली मूल के लोग कार व अन्‍य निजी साधनों से भारत की ठूठीबारी सीमा के रास्‍ते भारत में प्रवेश करना चाहते थे। लेकिन ठूठीबारी सीमा पर एसएसबी जवानों ने चार पहिया लेकर आ रहे लोगों को रोक दिया। एसएसबी जवानों ने उन्‍हें यह कहते हुए लौटा दिया कि अभी मरीजों, छात्रों , प्रशासनिक अधिकारियों व नौकरी करने वाले लोगों को ही ठूठीबारी सीमा के रास्‍ते प्रवेश की अनुमति है।

केवल पैदल जाने की है अनुमति – चार पहिया वाहन लेकर सीमा के रास्‍ते प्रवेश की अनुमति अन्‍य किसी को नहीं है। उधर, नेपाल सरकार के शांति, सुरक्षा तथा अपराध नियंत्रण शाखा के प्रमुख दीपक पौडेल ने एक पत्र जारी करते हुए बताया कि भारत से लगी 30 सीमाओं को अब तक खोला गया है।

पहचानपत्र दिखाकर हो रही आवाजाही– भारत-नेपाल की सबसे महत्‍वपूर्ण सीमा सोनौली में रविवार को स्‍थिति सामान्‍य रही। सीमा पर तैनात एपीएफ (आर्म पुलिस फोर्स) व भारत की एसएसबी (सशस्‍त्र सीमा बल) के जवानों ने लोगों को सीमा के रास्‍ते पैदल आवागमन के लिए अनुमति दे दी है । लोग पहचानपत्र दिखाकर पैदल आ जा रहे हैं। सोनौली सीमा के रास्‍ते मालवाहक वाहनों को पूर्व में ही आवागमन की अनुमति मिली हुई है।

नेपाल की तरफ से अब तक खोली गईं सीमाएं– त्रिवेणी (पूर्वी नवलपरासी), महेशपुर (पश्चिम नवलपरासी) तौलिहवा (कपिलवस्तु) कोइलाबास, सूरजपुर तातोपानी, पशुपतिनगर , कांकडभिट्टा , बीरगंज, रसुवागढ़ी , कृष्णानगर , बेलहिया , जमुनाह , गौरीफांट , गड्डाचौकी, पुलाघाट , झूलाघाट , खजूरगाछी, भन्टाबारी , कुनौली , जटही , इनर्वा , भिट्टामोड , मलंगवा , बंकुल , मटिअर्वा , सिमौनगढ़ सहित तीस सीमाओं को खोलने की अनुमति नेपाल सरकार ने दी है।

मनोज कुमार ,एसएसबी कमांडेट, 22वीं वाहिनी ने बताया कि नेपाल की तरफ से 20 बार्डर खोलने का आदेश हुआ है। इन सीमाओं से अभी पूर्व की भांति आवाजाही की अनुमति नहीं है। विशेष परिस्‍थिति में छात्र, नौकरीपेशा, मरीजों आदि को ही प्रवेश की अनुमति है। आदेश आने पर सामान्‍य आवाजाही बहाल कर दी जाएगी।