बरेली में आईजी रहते रमित शर्मा ने मिशन काला गुलाब के तहत माफिया की कमर तोड़ दी थी। यहां से उनके प्रयागराज जाने के कुछ समय बाद वहां उमेश पाल हत्याकांड हो गया था।इसमें शामिल माफिया अतीक व अशरफ का किला ढहाने को लेकर वह सुर्खियों में रहे,जब से एडीजी रमित शर्मा ने बरेली का कार्यभार सभाला है तब से अपराधी खौफ में हैं ।
मुख्तार अंसारी के साम्राज्य को ध्वस्त करने के लिए चर्चित आईपीएस अनुराग आर्य को बरेली का एसएसपी बनाया गया था उसी समय से यह चर्चा थी कि बरेली में अब कुछ नया होगा। कल जिस तरीके से क्राइम मीटिंग में उनके तेवर थे इससे स्पष्ट हो गया है कि अब ढिलाई किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी..
थानेदारों से लेकर एसपी तक के अफसरों के फोन जमा कराकर क्राइम मीटिंग में एसएसपी ने यह संदेश दे दिया कि अब पुलिस अनुशासन से चलेगी, उन्होंने अधिकारियों का थानेदारों से स्पष्ट रूप से कहा कि जनता को मुख्यालय पर पुलिस कार्यालय आने की आवश्यकता ना पड़े, यह हर हाल में सुनिश्चित कर लें। नहीं तो कार्यवाही तय है..
थाने में प्राथमिकी दर्ज करने में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।एसएसपी ने स्पष्ट किया कि खनन व जमीन विवादों के चलते खाकी की छबि धूमिल नहीं होनी चाहिए। खनन व जमीन संबंधी विवादों में राजस्व टीम के समन्वय से निस्तारण के निर्देश दिये। क्राइम मीटिंग के बाद सभी के फोन जमा कराने का मामला चर्चा में है।
क्राइम मीटिंग में थानेदारों से लेकर एसपी तक के अफसरों ने एक-एक कर एसएसपी को परिचय दिया। फिर एसएसपी ने बिंदुवार प्राथमिकताएं बताईं। कहा कि अपराधियों व अराजकतत्वों को कानून के तहत कार्रवाई करें..।
यदि कोई अपराधी पुलिस पर हमले का दुस्साहस करता है तो आत्मरक्षार्थ जवाबी विधिक कार्रवाई करें। थानों पर जनसुनवाई डेस्क के माध्यम से प्रत्येक दशा में फरियादियों की पूरी बात सुनकर निस्तारण कराया जाए।
महिला संबंधी अपराधों पर प्रभावी अंकुश के लिए कठोर कार्रवाई की जाए। टाप-10 अपराधियों के साथ, लूट, छिनैती जैसे अपराधों में शामिल अपराधियों को अभियान चलाकर पकड़ने के निर्देश दिये। आगामी त्योहारों को लेकर पूरी तैयारी रखने के निर्देश दिये।
एसएसपी के निर्देश पर सीओ प्रथम पंकज श्रीवास्तव ने पकड़ा फर्जी आधार कार्ड बनाने वाला गैंग..
पहचान प्रमाणित करने वाला आधार कार्ड भी फर्जी बनाया जा रहा। मिलिट्री इंटेलीजेंस से मिले इनपुट के आधार पर सीओ प्रथम पंकज श्रीवास्तव सादा कपड़ों में फरीदपुर के जनसेवा केंद्र पहुंचे तो फर्जीवाड़ा की परतें खुल गईं। उन्होंने प्राइवेट नौकरी के लिए आधार कार्ड की जरूरत बताई तो केंद्र संचालक अवनीश यादव व साजिद ने हामी भर दी।500 रुपये में बात तय होने के 15 मिनट में दोनों ने फर्जी आधार कार्ड बनाकर सौंप दिया। इसी तरह बिथरी चैनपुर में भी फर्जीवाड़ा करते समय सुशील, बबलू कश्यप व अनुज बजाज को पकड़ा। सभी के विरुद्ध धोखाधड़ी, कूटरचित दस्तावेज तैयार करने, प्रयोग करने, आधार कार्ड अधिनियम की धारा में प्राथमिकी लिखकर जेल भेजा गया।