बदायूँ। जिलाधिकारी दीपा रंजन ने मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ0 यशपाल सिंह के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र समरेर का निरीक्षण किया। सफाई व्यवस्था बेहाल देखकर डीएम का पारा चढ़ गया। डीएम ने नाराजगी जाहिर करते हुए साफ-सफाई दुरुस्त कराने के निर्देश दिए हैं।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र समरेर का 30 बेड का कोरोना वार्ड भी बन रहा है। इसकी गति धीमी देख डीएम ने गति तेज कर कार्य करने के निर्देश दिए हैं। स्टाॅक रजिस्टर मेनटेन न होने पर भी नाराजगी व्यक्त की है। उन्होने निर्देश दिए हैं कि सैनिटाइजेशन एवं फाॅगिंग का कार्य होता रहे। यहां उन्होंने पाया कि टीकाकरण की गति भी ठीक नहीं है। उन्होंने केन्द्र के प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक डाॅ0 दिनेश कुमार को निर्देश दिए कि आशाओं के माध्यम से लोगों को बुलवाकर टीकाकरण कराएं। सीएचसी एवं पीएचपी के अलावा गांव में भी शिविर लगाकर टीकाकरण किया जा रहा है। दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता रहे। तत्पश्चात उन्होंने कोल्डचेन व उसकी व्यवस्थाओं को भी देखा। उपस्थिति रजिस्टर चेक किया तो स्टाफ के कई लोग अनुपस्थित मिले। इसके अलावा उन्होंने प्रयोगशाला का भी निरीक्षण किया। यहां मौजूद स्टाफ ने अवगत कराया कि प्रतिदिन 100 आरटीपीसीआर एवं एंटीजन टेस्ट किए जा रहे हैं, 36 प्रकार की दवाएं उपलब्ध है। डीएम ने दवाओं की सूची बनाकर चस्पा करने के भी निर्देश दिए हैं।
तत्पश्चात डीएम ने विकास खण्ड समरेर के गांव जयपालपुर में चल रही कोविड-19 की जांच का निरीक्षण किया। गांव में कोरोना केस सक्रिय नहीं प्राप्त है। डीएम ने टेस्ट गति बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने निर्देश दिए कि इस कार्य में लगी समितियाँ सक्रिय रहें, कोई भी व्यक्ति छूटने न पाए। लोगों को जांच के लिए घर-घर से बुलवाया जाए। डीएम ने लोगो से अपील की है कि कोरोना गाइडलाइन का पालन करें, मास्क लगाकर रखें, सोशल डिस्टेंसिंग को बनाए रखें एवं बार-बार हाथों को धोते रहें और साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें। गंवों में साफ-सफाई, सैनिटाइजेश, फाॅगिंग नियमित होती रहे। इस अवसर पर उप जिलाधिकारी पारसनाथ सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।