वर्ष 2020 में विकास प्राधिकरण पर 18 करोड़ का था कर्ज..

BDA के पास अब 1200 करोड़ की है नगदी है..

VC के रूप में रहते हुए BDA-2800 करोड़ का बना मालिक..

जोगिंदर सिंह का बरेली प्राधिकरण में लगभग 3 साल 3 महीने का रहा कार्यकाल..

वर्ष 2020 में विकास प्राधिकरण पर 18 करोड़ का कर्ज था शासन ने सीडीओ कानपुर देहात रहें जोगिंदर सिंह को BDA का उपाध्यक्ष नियुक्त किया,17 अक्टूबर 2020 को जोगिंदर ने BDA का कार्यभार संभाला उसके बाद से लगातार उनके प्रयाशो से BDA को उन्होंने प्रदेश के प्राधिकरण में सबसे आगे लाकर खड़ा कर दिया, बरेली जिले के चारों रोडो को पीलीभीत, शाहजहांपुर, दिल्ली,लखनऊ, को फोरलेन से जोड़ने का काम BDA ने किया इसी के साथ-साथ चारों मुख्य रोड पर बड़े बड़े द्वारा बनवाने का काम भी किया,इसी के साथ-साथ शहर में तमाम कार्य जनहित की योजनाओं को उन्होंने BDA द्वारा पूर्ण कराया, इसी के साथ बरेली स्टेडियम जो खस्ता हाल था उसका भी कायाकल्प BDA द्वारा कराया गया,पीलीभीत के जिलाधिकारी के पद पर स्थानांतरित होने से पहले लगभग 3 साल 3 महीने का कार्यकाल उनका बरेली प्रकाश प्राधिकरण के VC के रूप में रहा उनके रहते हुए BDA-2800 करोड़ का मालिक बना,जो अन्य प्राधिकरण से बहुत आगे है,BDA के पास 1200 करोड़ की नगदी है,ग्रेटर बरेली आवास योजना के लिए BDA- 650 करोड रुपए की भूमि खरीद चुका है, रामगंगा में 500 करोड़ का विकास 250 करोड रुपए की सड़कों का चौरीकरण समेत अन्य विकास कार्य किया जा चुके हैं,जोगिंदर सिंह ने जिले व मंडल में कई रसूखदारों के साथ 50 से अधिक तस्करों के तस्करों के साथ 300 से ज्यादा अवैध कालोनीयों को धराशाई करवा दिया, 2015 बैच के आईएएस अधिकारी जोगिंदर सिंह का बरेली प्राधिकरण में लगभग 3 साल 3 महीने का कार्यकाल रहा, जोगिंदर सिंह प्रदेश में उन तेज दरबार इस के रूप में जाने जाते हैं जो तुरंत निर्णय लेते है, BDA उपाध्याय के साथ उनके पास RFC का भी चार्ज था, कमिश्नर सौम्या अग्रवाल व उनके कार्यकाल में ही अन्नपूर्णा योजना (कोटे की दुकान) मॉडल बनाया गया, जिसकी सराहना प्रदेश ही नहीं नहीं पूरे देश में की गई,इसी के साथ बरेली मॉडल अन्नपूर्णा योजना कोटी की दुकान को पूरे देश में लागू किया गया..