बदायूं। किसान यूनियन टिकैत ने जिला मुख्यालय पर संयुक्त किसानभारतीय मोर्चा के आवाहन पर देशव्यापी आंदोलन के तहत एक दिवसीय विशाल धरना प्रदर्शन किया। जिसमें चार सूत्रीय ज्ञापन महामहिम के नाम संबोधित सिटी मजिस्ट्रेट के लिए मालवीय आवास गृह में सौंपा। स्थानीय समस्याओं पर सिटी मजिस्ट्रेट के व्यवहार से भारतीय किसान यूनियन की कार्यकर्ता बिगड़ गए तीखी नोक झोंक आवारा पशुओं पर जवाब नहीं दे सके।

सिटी मजिस्ट्रेट से तीखी नोक झोंक,सिविल लाइन प्रभारी निरीक्षक गौरव बिश्नोई संभाला मोर्चा

भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष रामाशंकर शंखधार मंडल प्रवक्ता राजेश कुमार सक्सेना के कुशल नेतृत्व में जिलाधिकारी कार्यालय के आगे धरना लगाकर बैठ गए कुछ देर बाद सिविल लाइन प्रभारी निरीक्षक गौरव बिश्नोई ने किसानों के बीच पहुंचकर संभाला मोर्चा इसी समय सिटी मजिस्ट्रेट भी पहुंच गए जहां उन्होंने अपनी गलती का एहसास किया किसानों ने कहा हम धैर्यवान हैं शांतिपूर्वक लोकतांत्रिक पद्धति से ज्ञापन दे रहे हैं।अगर हमारी बात नहीं सुनी जाएगी हमसे गलत व्यवहार किया जाएगा तो सहन नहीं करेंगे। सोमवार को सुबह से ही भारतीय किसान यूनियन की हरी टोपी धारी छोटा हाथी मेटाडोर से बाहरी संख्या में मालवीय आवास में एकत्र हुए।

प्रधानमंत्री अपनी बात पर नही उतरे खरे, नही किया कानून वापस

मंडल प्रवक्ता राजेश कुमार सक्सेना ने कहा देश के प्रधानमंत्री ने किसानों के साथ धोखा किया है उन्होंने दिल्ली आंदोलन को समाप्त करने के लिए तीन कानून के लिए वापस लिया तथा एमएसपी पर कानून बनाकर उसे लागू करना पराली जलाने वाला कानून वापस लेना व विद्युत पर बने कानून को वापस लेना सभी वार्ता में शामिल था परंतु आज तक इन कानून को वापस नहीं दिया गया है आंदोलनकारी पर लगे मुकदमे भी वापस होने थे आज भी दिल्ली आंदोलन के मुकदमे चल रहे हैं दिल्ली किसान आंदोलन को कुचलना के लिए प्रधानमंत्री ने कई बार असफल प्रयास किया परंतु आंदोलन सफल रहा उन्होंने आंदोलन वापस लेते समय कहा था मेरी तपस्या में कमी रह गई किसानों से माफी मांगता हूं और तीन कानून वापस लेता हूं पराली जलाने वाला कानून भी वापस होगा विद्युत वाला भी कानून वापस होगा वह किसानों पर लगे मुकदमे वापस होंगे यह सभी वादों से प्रधानमंत्री मुकर गए हैं। आज भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं द्वारा पूरे देश भर में आंदोलन किया गया इस अवसर पर जिलाध्यक्ष रामाशंकर शंखधार ने जिले के मुद्दे उठाते हुए कहा मुख्यमंत्री आदेश जारी करते हैं। घूमने वाले आवारा पशुओं को पकड़ा जाएगा। डीएम भी अभियान चलाते हैं। परंतु आवारा पशुओं पर कोई भी अंकुश नहीं है कहीं भी आवारा पशु नहीं पकड़े जा रहे हैं। यहां तक की कई साडो द्वारा किसानों की हत्या कर दी गई। ऐसे आदमखोर जानवरों को भी पकड़ने में प्रशासन अक्षम दिखाई दे रहा है । उन्होंने कहा जिले के किसानों का दुर्भाग्य प्रधानमंत्री, उत्तर प्रदेश के मुखिया के आदेशों का पालन नहीं हो रहा है। किसान सम्मन निधि 73 हजार किसानों के खातों में नहीं आई है। निरंतर किसान जिला मुख्यालय के चक्कर काट काट कर परेशान है।उन्होंने ऐलान किया किस तरह का विकास किया जा रहा है जो भी विकास के नाम पर बिल्डिंग बन रही है । उनमें 30 प्रतिशत कमीशन लिया

जा रहा है सड़कों में भारी कमीशन लिया जा रहा है ऐसा विकास हमें नहीं चाहिए। उन्होंने कहा किसान अब ऐसे विकास को रोकने का काम करेगा घटिया सामग्री से निर्मित हो रहे हैं ।भवन जिला अध्यक्ष आज काफी तेवर में दिखाई दिए जिला अध्यक्ष के नेतृत्व में चार सूत्रीय ज्ञापन महामहिम राष्ट्रपति के नाम संबोधन सिटी मजिस्ट्रेट के लिए सोपा गया आज जिला मुख्यालय पर सुबह से ही सैकड़ो की संख्या में हरी टोपी धारी मालवीय आवास गृह पर एकत्र होना शुरू हो गए थे। भारतीय किसान यूनियन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष ठाकुर अजय पाल सिंह, पंडित रामकुमार शर्मा व जोगिंदर सिंह व जिला महासचिव नरेंद्र कुमार सक्सेना जिला सचिव रणवीर सिंह और पप्पू युवा जिला प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष अमरपाल सिंह यादव जिला प्रभारी झाझन सिंह पप्पू सैफी नगर अध्यक्ष बदायूं हारून गौश सदर तहसील अध्यक्ष अर्जुन पाल सिंह युवा मंडल अध्यक्ष दिनेश सिंह यादव युवा प्रकोष्ठ के ब्लॉक अध्यक्ष सहसवान दिनेश कुमार सिंह यादव नूरुद्दीन सुरेश दीवान मोहनलाल मौर्य तेजराम मौर्य नाथू सिंह जुगल किशोर यादव मंडल सचिव पप्पू सिंह यादव उदय पाल सिंह अनेक पाल चौधरी रमेश सिंह शाहिद अली सद्दाम हुसैन अशोक अनेक सिंह रेवाराम जयपाल विजेंद्र सिंह मनीष देवेंद्र सिंह सूरजपाल बाबा जी फैयाज हुसैन कृष्ण पाल सिंह उदय पाल सिंह मौजूद रहे।