मैंढ़ कुनबा मासिक पत्र रजि० सम्भल में प्रेम शंकर वाटिका में श्री अजमीढ़ महाराज जी की जयंती पर स्वर्णकार सम्मान समारोह व परिचय सम्मेलन आयोजित किया गया ।
सर्वप्रथम अतिथियों द्वारा भारत माता व अजमीढ़ महाराज जी के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित कर माल्यार्पण किया गया । बच्चों द्वारा मां सरस्वती की वंदना व अतिथियों के आदर- सत्कार में सुंदर नृत्य द्वारा स्वागत गान प्रस्तुत किया गया । तद्उपरांत आयोजक मंडल द्वारा मंचासीन अतिथियों का स्वागत और सम्मान

किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि. राकेश वर्मा ने अपने वक्तव्य में कहा आज स्वर्णकार बंधु अजमीढ़ महाराज जी की जयंती पर यहां उपस्थित हुए हैं । अजमीढ़ महाराज स्वर्णकार समाज के देवता है, जो धर्म और कर्म में विश्वास रखते थे उन्हें आभूषण बनाने का शौक था। आभूषण बनाकर वह अपने प्रिय जनों को भेंट किया करते थे, उनके इसी शौक को उनके वंशजों ने आगे बढ़ाकर व्यवसाय के रूप में अपना लिया। तभी से वे स्वर्णकार के रूप में जाने गए और आज तक आभूषण बनाने का यह व्यवसाय स्वर्णकारों द्वारा जारी है । यह हम सभी स्वर्णकार बंधुओं के लिए गौरवान्वित करने वाली बात है। कि अजमीढ़ महाराज ने हमें हुनर के रूप में रोजगार प्रदान किया।


आगे उन्होंने कहा स्वर्णकार समाज का सतयुग से लेकर आज कलयुग में भी एक महत्वपूर्ण स्थान है, परंतु समाज में उसे वह सम्मान और अधिकार नहीं मिला जिसका वे वास्तविक हकदार है । वर्तमान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा विश्वकर्मा जयंती पर पारंपरिक कारीगरों एवं शिल्पकारो हेतु पीएम विश्वकर्मा योजना का शुभारंभ किया गया जिसमें स्वर्णकार बंधुओं को भी लाभ मिलेगा, जो आर्थिक रूप से कमजोर है।
स्वर्णकार समाज भारत सरकार की इस योजना के लिए उन्हें साधुवाद देता है।


विशिष्ट अतिथि राजेश वर्मा ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा स्वर्णकार समाज का अस्तित्व सदियों से है। इस अस्तित्व और सम्मान को प्राप्त करने के लिए समस्त समाज को एकजुट होकर संगठित होने की आवश्यकता है। क्योंकि समय-समय पर स्वर्णकार समाज की सदैव उपेक्षा होती रही है । अत: अपने खोये अस्तित्व को प्राप्त करने के लिए आज हमें राजनीतिक क्षेत्र में भी अपनी पहचान बनाने की आवश्यकता हैं ताकि सरकार तक हम अपनी बात आसानी से पहुंचा सके, इसके लिए युवा स्वर्णकार बंधुओं को सामाजिक एवं राजनीतिक क्षेत्र में
आगे आने की आवश्यकता है। कार्यक्रम के दौरान बालिकाओं द्वारा गुजरात के प्रसिद्ध और पारंपरिक डांडिया नृत्य* पर बहुत ही सुंदर व मनमोहक प्रस्तुति दी गई।
आयोजक मंडल द्वारा सरकार की महत्वपूर्ण योजना *बेटी- बचाओ, बेटी- पढ़ाओ के तहत 11 बालिकाओं को पुरस्कृत कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम अध्यक्ष कृष्ण कुमार वर्मा ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा मैंढ़ कुनबा (मासिक पत्र) रजि० संभल द्वारा प्रत्येक वर्ष अजमीढ़ जयंती के उपलक्ष्य में स्वर्णकार सम्मान व परिचय सम्मेलन कार्यक्रम किया जाता है । यह सराहनीय व वंदनीय प्रयास है।


कार्यक्रम में विभिन्न शहरों से आए स्वर्णकार बंधु एक मंच पर एकत्र होते हैं और अपने समाज की और देश की उन्नति में योगदान प्रदान करने पर विचार करते है। यह प्रशंसनीय कार्य है। कार्यक्रम के दौरान विवाह योग्य स्वर्णकार युवक-युवतियों का परिचय करवाया गया। साथ ही अतिथि, संरक्षक ,समाजसेवी ,वयोवृद्ध एवं महिलाओं को भी सम्मानित किया गया। शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं, कार्यक्रम के दौरान सांस्कृतिक प्रस्तुति देने व सामान्य ज्ञान के प्रश्नों का उत्तर देने वाले बच्चों को भी पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम संयोजक मैंढ़ कुनबा पत्रिका के प्रधान संपादक पुरुषोत्तम शरण वर्मा ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कार्यक्रम का उद्देश्य स्वर्णकार बंधुओं, संरक्षक समाजसेवी ,वयोवृद्ध, पत्रकार बंधुओं , बेटियों, नारी शक्ति का सम्मान व प्रतिभाशाली बच्चों को पुरस्कृत करना है। इसके अतिरिक्त स्वर्णकार समाज के द्वारा अन्य समाज के लोगों को भी समय-समय पर सम्मानित किया जाता है।स्वर्णकार समाज संभल के अध्यक्ष प्रदीप कुमार वर्मा (प्रताप ने स्थानीय व बाहर से आए समस्त अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा आप सभी स्वर्णकार बंधुओं के सहयोग से ही प्रत्येक वर्ष हमें ऐसे सफल व भव्य कार्यक्रम करने की प्रेरणा मिलती है। इसके लिए आप सभी का सहयोग वंदनीय है। कार्यक्रम में स्थानीय स्वर्णकार बंधुओं के अतिरिक्त हापुड़,

मुरादाबाद, आगरा, स्योहारा,बिजनौर, बबराला, काशीपुर, अलीगढ़, नरौरा, दादरी, गाजियाबाद , रजपुरा ,बुलंदशहर, लखनऊ, नोएडा डिबाई, , बैलौन , बदायूं आदि स्थानों से स्वर्णकार बंधु पधारे। कार्यक्रम के दौरान उमाशंकर वर्मा, राजेश वर्मा, चंचल वर्मा, राकेश वर्मा नंद गोपाल वर्मा, प्रकाश चंद वर्मा, अजय कुमार वर्मा,, सुधांशु वर्मा ,दीपक सोनी, सचिन वर्मा , दीपक वर्मा, प्रवीण वर्मा गुल्लू।ठाकुरदास वर्मा, रमेश चंद्र वर्मा, नत्थू लाल वर्मा, सुमित सोनी, राजकुमार वर्मा, हर्ष वर्मा ,दीपक शर्मा, सुमन वर्मा , सोनू वर्मा, दुष्यंत मिश्रा, सुनील वर्मा, सुनील

रस्तोगी, रुपेश सर्राफ, गिरीश चंद वर्मा, पुरुषोत्तम शरण वर्मा, प्रदीप वर्मा ‘प्रताप’, डॉक्टर सचिन वर्मा, अभिनव वर्मा, हरिओम वर्मा, गीता वर्मा ,नवीन वर्मा , प्रदीप कुमार वर्मा, मूलचंद वर्मा, धर्मपाल वर्मा, आशीष वर्मा,कृष्णा वर्मा, कमलेश वर्मा, आदित्य वर्मा, राखी वर्मा आदि उपस्थित रहे । कार्यक्रम की अध्यक्षता. कृष्ण कुमार वर्मा बुलंदशहर व संचालन कु० अदिति वर्मा व विकास कुमार वर्मा ने संयुक्त रुप से किया।

सम्भल से खलील मलिक कि ख़ास रिपोर्ट