‘‘राष्ट्रीय पोषण माह‘‘ कार्यक्रम के अन्तर्गत गर्भवती महिलाओं की गोदभराई की गयी तथा बच्चों को खीर खिलाकर कराया अन्नप्राशन

आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के कार्यों की महत्वता एवं समाज में इनकी भूमिका महत्वपूर्ण है – महापौर

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज लोकभवन ऑडिटोरिएम से राष्ट्रीय पोषण माह (01 सितम्बर से 30 सितम्बर, 2023) के अंतर्गत रूपये 155 करोड़ की लागत से 1,359 आंगनबाड़ी केन्द्रों का लोकार्पण/ शिलान्यास, रूपये 50 करोड़ की लागत से 171 बाल विकास परियोजना कार्यालयों का शिलान्यास व 2.90 लाख आंगनबाड़ी कार्यकत्री एवं सहायिकाओं को यूनिफॉर्म (साड़ी) हेतु डीबीटी के माध्यम से रूपये 29 करोड़ की धनराशि का अंतरण किया गया। जिसका सजीव प्रसारण कलेक्ट्रेट सभागार में विधायक बिथरीचैनपुर डॉ0 राघवेन्द्र शर्मा, जिलाधिकारी शिवाकान्त द्विवेदी,अपर जिलाधिकारी नगर सौरभ दुबे, उप निदेशक महिला कल्याण नीता अहिरवार, जिला कार्यक्रम अधिकारी मनोज कुमार, सीएचसी/पीएचसी के डॉक्टर, आंगनबाड़ी कार्यकत्री एवं सहायिका आदि ने भी देखा।


उक्त के बाद कलेक्ट्रेट प्रांगण में जनप्रतिनिधियों एवं जिलाधिकारी ने ‘‘राष्ट्रीय पोषण माह‘‘ कार्यक्रम के अन्तर्गत गर्भवती 05 महिलाओं गायत्री, तनुजा, रेखा, राधा, अपूर्वा की गोदभराई तथा नन्हे-मुन्ने बच्चों को खीर खिलाकर अन्नप्राशन कराया गया।


इस अवसर पर महापौर डॉ0 उमेश गौतम ने कहा कि हर बच्चे, किशोरी, गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को निर्धारित पोषण आहार समय से वितरित किया जाये। उन्होंने समस्त आंगनबाड़ी कार्यकत्री एवं सहायिकाओं से कहा कि घर-घर जाकर प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी संचालित योजनाओं के बारे में जानकारी दें। उन्होंने कहा कि बाल विकास विभाग के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग का बहुत बड़ा योगदान है कि वह बच्चे, किशोरी, गर्भवती एवं धात्री महिलाओं का टीकाकरण, बच्चों का वजन, ब्लडप्रेशर, हीमोग्लोबिन आदि की समय-समय पर जांच किया जाये। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के सम्मान व उनके कार्यों की महत्वता एवं समाज में इनकी भूमिका महत्वपूर्ण है।

जिलाधिकारी शिवाकान्त द्विवेदी ने कहा कि यह कार्यक्रम जनपद तथा ब्लाक स्तर पर भी आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम का उद्देश्य है कि जो भी धात्री तथा गर्भवती महिलाएं हैं उनका पोषण बना रहे तथा उन्हें नियमित उपचार चिकित्सकों द्वारा मिलता रहे। उन्होंने इस कार्यक्रम के अन्तर्गत अधिक से अधिक लोगों को जागरूक किया जाये और समस्त आंगनबाड़ी कार्यकत्री से कहा कि जो भी गर्भवती महिलाएं है उनकी समय-समय पर एएनसी (ऐण्टी नेटल केयर) की जाये। धात्री महिलाओं को समय से उचित पुष्टाहार वितरित किया जाये। उन्होंने कहा कि जिन बच्चों का जन्म हो रहा है उसका समय से टीकाकरण कराया जाये। ‘‘राष्ट्रीय पोषण माह‘‘ कार्यक्रम का उद्देश्य है कि सभी महिलाओं को पोषण के प्रति जागरूक किया जाये। उन्होंने कहा कि केवल आंगनबाड़ी कार्यकत्री अकेले काम नहीं कर सकती हैं इसके लिये चिकित्सा, शिक्षा आदि विभाग बढ़-चढ़कर भाग लेना चाहिए।