बदायूं। डीएम ने गंगा एक्सप्रेसवे अंतर्गत भूमि के बेनामों की गति कम पाए जाने पर नाराजगी व्यक्त की है उन्होंने उप जिलाधिकारी एवं तहसीलदारों को निर्देश दिए हैं कि प्राथमिकता के आधार पर बैनामों का कार्य कर गति बढ़ाई जाए।
बुधवार को कलेक्ट्रेट स्थित सभाकक्ष में जिला अधिकारी दीपा रंजन ने उप जिलाधिकारियों एवं तहसीलदारों के साथ गंगा एक्सप्रेसवे के अंतर्गत चल रहे बैनामों के संबंध में समीक्षा बैठक की। उन्होंने निर्देश दिए कि अधिकारी मौके पर जाकर निरीक्षण भी करते रहें। गंगा एक्सप्रेस वे कार्यालय में देर रात तक बैनामें किए जाएं एवं अवकाश के दिनों मंे बैनामों का काम जारी रहे। इसमें बिचैलिए शामिल न होने पाएं इसका भी खास ख्याल रखा जाए। गंगा एक्सप्रेस वे की जिले में सर्वाधिक लंबाई है, इस लिहाज से बदायूँ काफी महत्वपूर्ण है। शासन स्तर से इसकी माॅनिट्रिंग की जा रही है। डीएम ने कहा है कि ग्रामीण अपने गांव में अन्य ग्रामीणों को बताएं कि यदि उनकी भूमि गंगा एक्सप्रेसवे के अंतर्गत आ रही है तो वह जल्द से जल्द समय से पहुंचकर भूमि का बैनामा कराएं। बैनामा कराने में उनका पूर्ण रूप से सहयोग किया जाएगा और उनको किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होगी। जिन किसानों की भूमि गंगा एक्सप्रेसवे के दायरे में आ रही है, उन्हें पहले ही नोटिस के जरिए सूचित कर दिया गया है। काश्तकारों से उनकी भूमि की खतौनी के साथ अन्य जरूरी कागजात और बैंक एकाउंट नंबर लगातार मांगे जा रहे हैं, जिससे बैनामे के बाद उनकी भूमि का पैसा उनके खाते में सीधा भेजा जा सके।