बदायूँ। बालश्रम के उन्मूलन के लिए जनपद में 1 से 30 जून तक विशेष अभियान चलाया जा रहा है। अभियान में श्रम विभाग के अधिकारियों के साथ ही एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट(मानव तस्करी रोधी ईकाई), बाल संरक्षण अधिकारी सहित नामित समिति के सदस्य की मौजूदगी में चल रहा है।
सोमवार को कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में डीएम मनोज कुमार की अध्यक्षता में नया सबेरा/बाल श्रम उन्मूलन समिति, बंधुओ श्रम उन्मूलन की बैठक आयोजित हुई। डीएम ने समीक्षा के दौरान पाया कि वर्ष 2023-24 में ब्लॉक जगत के कुल 05 ग्राम पंचायतों को बाल श्रम मुक्त घोषित किया जाएगा। इसी के तहत 06 से 14 वर्ष के 20 बच्चों का नामांकन विद्यालयों में कराया जा चुका है, जिसमें खरखौली बुजुर्ग, कुठिया एवं कुंदन नगला के 02-02, पतसा के 11, गुरुगांव के 03 बच्चों में विद्यालयों में नामांकन कराया गया।
अप्रैल 2022 से मार्च 2023 तक सम्बंधित अधिकारियों द्वारा 86 निरीक्षण किए गए, जिसमें 36 किशोर श्रमिक खतरनाक व्यवसाय एवं 98 गैर खतरनाक व्यवसाय करते कुल 134 किशोर पकड़े गए, 70 किशोर श्रमिकांं के विरुद्ध अभियोजन दर्ज किया गया, जिसमें 29 का निर्णय हो गया है और 41 निर्णय हेतु लम्वित है।
अप्रैल 2023 से मई 2023 की अवधि तक 13 निरीक्षणों में 18 किशोर श्रमिकों को चिन्हित किया गया, जिनके विरुद्ध विधिक कार्यवाही की जा रही है। अभियान का मुख्य उद्देश्य बाल श्रमिकों का ना केवल रेस्क्यू करना है, बल्कि उन्हें भविष्य में बेहतर जीवन के अवसर प्रदान करना है। इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ प्रदीप वार्ष्णेय सहित अन्य सम्बंधित अधिकारीगण मौजूद रहे।