हिंदू जागृति मंच के तत्वावधान में शहीद दिवस मनाया गया।जिसमें वक्ताओं ने अपने विचार रखे और शहीदों को नमन किया।
नगर में मुरादाबाद रोड स्थित अनंत अग्रवाल के निवास पर सर्वप्रथम अरुण अग्रवाल, अजय कुमार शर्मा, अनंत अग्रवाल एवं सुमन कुमार वर्मा ने भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन और पुष्पार्पण किया।
विष्णु कुमार गुप्ता ने देश भक्ति गीत प्रस्तुत किया जिसका सभी उपस्थित सदस्यों ने अनुसरण किया।
इस अवसर पर हिंदू जागृति मंच के संस्थापक अजय कुमार शर्मा ने कहा आज के दिन तीन महान देशभक्तों भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को फांसी दी गई थी।आज देश मातृभूमि के लिए अपने जीवन का बलिदान देने वाले इन तीनों शहीदों को नमन कर रहा है। यह तीनों आजादी के गीत गाते हुए हंसते-हंसते फांसी के फंदे पर झूल गए।इनका शौर्य और मातृभूमि की आजादी के प्रति साहस सभी युवाओं को आज भी प्रेरणा देता है। देश की आजादी की लड़ाई में इन महान स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।
मंच के सह संस्थापक सुबोध कुमार गुप्ता ने कहा कि इनकी शहादत से देश भर में राष्ट्रवाद का मानो ज्वार आ गया था।आजादी की लड़ाई काफी तेज हो गई ।जब इन तीनों को फांसी के तख्ते पर पहुंचाया गया तो पूरी जेल ‘इंकलाब-जिंदाबाद’ और ‘हिंदुस्तान आजाद हो’ के नारों से गूंजने लगी।दूसरे कैदी भी जोर-जोर से नारे लगाने लगे थे।अनंत कुमार अग्रवाल ने कहा कि भारत की आजादी, कल्याण और उन्नति के लिए लड़ने वाले और अपने प्राणों का बलिदान देने वाले तीनों वीर महापुरुषों को श्रद्धांजलि देने के लिए प्रतिवर्ष 23 मार्च को पूरे भारतवर्ष में शहीद दिवस मनाया जाता है।शहीदे-आजम भगत सिंह, शिवराम राजगुरु और सुखदेव थापर जैसे वीर पुरुषों की शहादत युवाओं को देशभक्ति से ओतप्रोत कर देती है।
इस अवसर पर विकास कुमार वर्मा, अमित शुक्ला, संतोष कुमार गुप्ता, प्रखर गुप्ता, वैभव छाबड़ा, भरत मिश्रा, विनोद कुमार अग्रवाल, नवनीत कुमार, सुभाष चंद शर्मा, पंकज सांख्यधर आदि उपस्थित रहे ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता अरुण कुमार अग्रवाल एवं संचालन राजेंद्र गुर्जर ने किया।
सम्भल से खलील मलिक