प्राधिकरण उपाध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को रामायण वाटिका, कन्वेंशन सेंटर की दी जानकारी

प्रदेश के अन्य प्राधिकरण भी अपनाएंगे बीडीए का रामायण वाटिका का मॉडल

वीसी बीडीए जोगिंदर सिंह ने मुख्यमंत्री को सौंपी 600 करोड़ की एफडी


बरेली विकास प्राधिकरण की ग्रीन रामायण पर आधारित रामायण वाटिका के मॉडल को देखकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुग्ध हो गए। उन्होंने बरेली विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष जोगेंद्र सिंह से रामायण वाटिका, कंवेंशन सेंटर के बारे में विस्तार से जानकारी की। उन्होंने बताया कि रामायण वाटिका को 32000 वर्ग मीटर और कन्वेंशन सेंटर को 25000 वर्ग मीटर में बना रहे हैं। कन्वेंशन सेंटर में 600 लोगों के लिए ऑडिटोरियम, दो मीटिंग हॉल, 15 कमरे, हेल्थ क्लब, स्विमिंग पूल, लॉन टेनिस कोर्ट समेत अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी। मुख्यमंत्री ने ग्रीन रामायण वाटिका के मॉडल को सराहा। इस दौरान बीडीए उपाध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को कार्यकाल के दौरान कराई गई 600 करोड़ की एफडी सौंपी। बीडीए उपाध्यक्ष ने बरेली में चल रहीं विकास की परियोजनाओं के बारे में जानकारी दी। बुधवार को मुख्यमंत्री ने 1459 करोड़ की जिन विकास योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया है। इनमें से 850 करोड़ की विकास परियोजनाएं बरेली विकास प्राधिकरण की है।

सिक्स और फोर लेन सड़कें देंगी बरेली के विकास को रफ्तार

बरेली विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष जोगिंदर सिंह ने बताया कि बरेली के चारों ओर सिक्स लेन और फोरलेन सड़कें बनाई जा रही हैं। इससे बरेली के विकास को रफ्तार मिलेगी। उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया कि पीलीभीत रोड पर डेलापीर से लेकर फनसिटी तिराहा तक सिक्स लेन, नकटिया से लेकर इनवर्टिस तिराहा तक सिक्स लेन रोड बनाए जा रहे हैं। नकटिया से बड़ा बाईपास तक फोरलेन, मिनी बाईपास से झुमका तिराहा तक फोरलेन बनाए जा रहे हैं। इसके अलावा बरेली के चारों ओर राम, लक्ष्मण, भरत, हनुमान द्वार बनाकर बरेली को धार्मिक सांस्कृतिक और पर्यटन की दृष्टि से सुदृढ़ बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इससे पर्यटन और रोजगार को बढ़ावा मिलेगा।

प्रदेश भर में छाएगा बरेली की रामायण वाटिका का वनस्पति मॉडल

बरेली विकास प्राधिकरण ने वाल्मीकि रामायण और रामचरितमानस के शोध पर आधारित रामायण वाटिका का वनस्पति मॉडल तैयार किया है। बरेली विकास प्राधिकरण के आर्किटेक्ट सुमित अग्रवाल के शोध के मुताबिक रामायण वाटिका में 182 प्रकार के फल पुष्प और औषधीय गुणों से भरपूर पौधे आच्छादित होंगे। बरेली विकास प्राधिकरण के इस मॉडल को मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के सराहे जाने के बाद प्रदेश के अन्य प्राधिकरण भी इसे अपनाने की तैयारी में है। गाजियाबाद समेत कई अन्य प्राधिकरण ने इसकी डिटेल भी बरेली विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष से देने का अनुरोध किया है।