गांवों को तीर्थ बनाने के लिए युवाओं की टोलियों को होगा गठन

बदायूं। गायत्री शक्तिपीठ एवं आध्यात्मिक चेतना केंद्र पर स्वामी विवेकानंद की जयंती मनाई गई। शांतिकंुज के मार्गदर्शन में युग सृजेता कार्यालय का शुभारंभ भी हुआ। प्रदेश भर में व्यक्तित्व परिष्कार के लिए वर्ष भर रचनात्मक कार्यक्रम चलेगे। गांवों को तीर्थ बनाने के लिए युवाओं की टोलियां गठित होंगी। जिला समंवयक नरेंद्र पाल शर्मा ने मुख्य दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ कराया। उन्होंने कहा कि विवेकानंद आध्यात्मिक पुरुष, विचारों और कार्यों से एक क्रांतिकारी संत थे, देश के युवाओें को उठो, जागो और महान बनो का मंत्र दिया।

गायत्री शक्तिपीठ कुंवरगांव से आए पुत्तू लाल ने कहा कि स्वामी विवेकानंद भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के पुरोधा और नायक थे। स्वामी जी ने अपनी प्रबल तपश्चर्या से सूक्ष्मजगत को मथ डाला था।
रामचंद्र प्रजापति ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ज्ञान, वेदांत और राष्ट्रीय जीवन के प्रतीक थे।
युवाओं में नया उल्लास भरने का कार्य किया।
गायत्री परिवार के संजीव कुमार शर्मा ने बताया कि गायत्री शक्तिपीठ पर युग सृजेता प्रयाज के अंतर्गत जिले भर में ब्लाक स्तर पर युवाओं की संगोष्ठी, गायत्री मंत्र लेखन, गृहे-गृहे यज्ञ, देवास्थापना, महाविद्यालयों और गांवों में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित होंगे। युग सृजेता प्रयाज कार्यक्रम के लिए शक्तिपीठ, प्रज्ञापीठ और प्रज्ञा संस्थानों के माध्यम से विभिन्न स्थानों का चयन किया जाएगा।

रचनात्मक कार्यक्रम सबके सहयोग, सहमति, सामंजस्य से सौहार्द पूर्ण होंगे। स्वामी विवेकानंद ने समाज को आध्यात्मिक चिंतन से संमार्ग दिखाया। युवाशक्ति नई ऊर्जा और संकल्पों के साथ ऐतिहासिक कार्यक्रमों में जुटेंगे।
मृदुलेश यादव ने कहा कि विवेकानंद ने देश की युवा पीढ़ी को ज्ञान का प्रकाश दिखाया। इस मौके पर माया सक्सेना, श्याम निवास, अजीत राठौर, मृदुलेश यादव, संजीव कुमार, उत्कर्ष पटेल आदि मौजूद रहे।

रिपोटर – निर्दोष शर्मा