सोनौली महराजगंज :: कोरोना महामारी से ध्वस्त नेपाल के पर्यटन उद्योग को पटरी पर लाने की कोशिशें चल रही हैं। लुम्बिनी क्षेत्र सहित नेपाल के तमाम पर्यटन क्षेत्र के पर्यटन व्यवसाय को पटरी पर लाने के लिए पैकेज का सहारा लिया जा रहा है। होटलों व पर्यटन क्षेत्र में घूमने के लिए आकर्षक पैकेज की बौछार की जा रही है।

होटलों में अलग-अलग पैकेज

लुंबिनी होटल एसोसिएशन ने एक रात, दो दिवसीय टूर पैकेज की घोषणा की है। लुंबिनी के निर्देशित पैकेज टूर कार्यक्रम की घोषणा रुपये में की गई है। अध्यक्ष मिथुन श्रेष्ठ ने बताया कि लुंबिनी होटल एसोसिएशन ने आवास पर 25 प्रतिशत और भोजन पर 10 प्रतिशत की छूट प्रदान की है। उन्होंने कहा कि लुंबिनी आने वाले पर्यटकों के लिए यह ऑफर देने के बाद भी कारोबार को पुनर्जीवित करना होगा। लुंबिनी विकास कोष के उपाध्यक्ष भिक्षु मेटेया का कहना है कि लुंबिनी को विभिन्न क्षेत्रों में बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि पर्यटकों के ठहरने की अवधि बढ़ाने के लिए मास्टर प्लान को अंतिम रूप दिया जा रहा है।

लुंबिनी में होटल में ऐसा है पैकेज

एसोसिएशन के महासचिव लीलामणि शर्मा के अनुसार पैकेज के पहले दिन पर्यटकों को बस पार्क से उठाकर होटल में स्वागत किया जाएगा। उसी दिन लुंबिनी के बारे में कुछ जानकारी देने और थोड़े आराम के बाद शाम को लुंबिनी व बुद्धग्राम रोबोटिक थिएटर के दर्शन के साथ रात्रि भोज दिया जाएगा। पैकेज के दूसरे दिन में नाश्ता, मायादेवी मंदिर और गुंबा की यात्रा, अंतरराष्ट्रीय मठ की यात्रा, दोपहर का भोजन और आराम और विदाई शामिल है। पैकेज में दो बेड वाला एक कमरा, रात का खाना, नाश्ता, अगरबत्ती, गाइड, बुद्धग्राम रोबोटिक थिएटर टिकट, लंच, मायादेवी मंदिर का प्रवेश टिकट शामिल होगा।

मायादेवी मंदिर को रात 11 बजे तक खोलने की मांग

लुंबिनी के होटल व्यवसायी खेम श्रेष्ठ ने बताया कि पर्यटन उद्यमियों ने मायादेवी मंदिर को रात 11 बजे तक खोलने की मांग की है। उन्होंने कहा कि मायादेवी मंदिर को देर रात तक खोलकर लुंबिनी में पर्यटकों के ठहराव को बढ़ाया जा सकता है। होटल व्यवसायियों को इसका सीधा फायदा मिल सकता है।

होटलों में अरबों का निवेश, कारोबार बहुत कम

लुंबिनी सेंटर में अरबों का निवेश कर एक के बाद एक होटल बनाने की प्रक्रिया में कोरोना ने अचानक ब्रेक लगा दिया है। नए होटलों का उद्घाटन उस समय ठप हो गया, जब कोराना में मौजूदा होटलों को बंद करना पड़ा। हालांकि मौजूदा होटलों में अरबों रुपये का निवेश किया गया है, लेकिन कहा जा रहा है कि राज्य ने महामारी के दौरान इस मुद्दे का समाधान नहीं किया है। पर्यटन व्यवसायियों का दावा है कि अकेले रुपन्देही के होटलों में करीब 25 अरब रुपये का निवेश किया गया है। होटल एंटरप्रेन्योर्स एसोसिएशन रुपन्देही के अध्यक्ष राम प्रसाद गौतम ने बताया कि यहां 2,500 छोटे और बड़े होटल हैं। इनमें से 150 से अधिक मानक होटल चल रहे हैं। कुछ होटल अभी भी स्टार लेवल के हैं। लुंबिनी में भी ऐसे ही बड़े होटल हैं।