बदायूं। 22वां विश्व दृष्टि दिवस अक्टूबर के दूसरे गुरुवार को जागरूकता का एक वार्षिक दिन है, जिसका उद्देश्य अंधेपन सहित दृष्टि दोष पर वैश्विक ध्यान केंद्रित करना है। इस वर्ष, विश्व दृष्टि दिवस 14 अक्टूबर,को मनाया जाएगा।
विश्व स्तर पर कम से कम दस लाख लोगों के पास निकट या दूर दृष्टि दोष है जिसे रोका जा सकता है या अभी तक संबोधित नहीं किया जा सकता है। दृष्टि हानि सभी उम्र के लोगों को प्रभावित करती है, जिनमें से अधिकांश 50 वर्ष से अधिक आयु तक के लोग हैं। दृष्टि हानि और अंधापन जीवन के सभी पहलुओं पर प्रमुख और दीर्घकालिक प्रभाव डाल सकते हैं, जिसमें दैनिक व्यक्तिगत गतिविधियां समुदाय के साथ बातचीत, स्कूल और काम के अवसर शामिल हैं। और सार्वजनिक सेवाओं तक पहुंचने की क्षमता।
नेत्र सर्जन डॉ पीयूष मोहन अग्रवाल ने बताया कि असंचालित मोतियाबिंद और अपवर्तित अपवर्तक त्रुटि दृष्टि हानि के प्रमुख कारण हैं। अन्य कारणों जैसे कि उम्र से संबंधित धब्बेदार अध: पतन, ग्लूकोमा, मधुमेह रेटिनोपैथी,आंख के संक्रामक रोग और आघात, हालांकि, को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है और इसे सभी को बताने की आवश्यकता है। विश्व दृष्टि दिवस पर अपनी आंखों की जांच जिला अस्पताल में करने की शपथ जरुर लें।