राष्ट्र पिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष किया राष्ट्र राग “” रघुपति राघव राजाराम…….”” का कीर्तन ।
मुख्य मंत्री को प्रेषित किया नौ सूत्रीय मांग पत्र।
उपजिलाधिकारी सहसवान द्वारा सूचना कार्यकर्ताओं से की गई अभद्रता का मामला भी उठा।
भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान के तत्वावधान में राष्ट्र पिता महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर गांधी उद्यान बदायूं स्थित राष्ट्र पिता की प्रतिमा के समक्ष समस्त सहयोगी मुख्य प्रवर्तक हरि प्रताप सिंह राठोड़ एडवोकेट के नेतृत्व में एकत्र हुए। सर्वप्रथम गांधी जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया तत्पश्चात राष्ट्र राग “”रघुपति राघव राजाराम…..”” का कीर्तन किया गया।
कीर्तन के पश्चात मुख्यमंत्री को सम्बोधित नौ सूत्रीय मांग पत्र भाजपा जिला अध्यक्ष राजीव गुप्ता को सौंपा गया। प्रशासनिक अधिकारियों की अनुपलब्धता में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली बदायूं ने कार्यक्रम स्थल पर मांग पत्र प्राप्त किया। मांगपत्र के माध्यम से प्रमुख रुप से मांस मछ्ली का कारोबार शहर में बंद कराएं जाने, मेडिकल कालेज व अन्य उद्योगों को भूमि देने वाले किसानों को नौकरी देने तथा मानक के विरुद्ध हुए भुमिगत विद्युतीकरण के कारण मृत्यु को प्राप्त हुए शिक्षक और छात्र के प्रकरण में उत्तरदाई अधिकारियों को गिरफ्तार किए जाने व प्याऊ घोटाले सहित अन्य घोटालों में अभियोग पंजीकृत कराएं जाने की मांग उठाई गई।
इस अवसर पर विचार व्यक्त करते हुए भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान के मुख्य प्रवर्तक हरि प्रताप सिंह राठोड़ एडवोकेट ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचारों से प्रेरित होकर उनकी पुण्यतिथि के अवसर पर वर्ष 2011 मे संगठन की स्थापना हुई। उनके मंत्र रघुपति राघव राजाराम के निरन्तर जप से परिवर्तन हो रहे हैं महात्मा गांधी ने हर समाजोपयोगी विषय पर अपने विचार दिए हैं। उन्होंने दुनिया को अहिंसा रूपी ऐसा अस्त्र दिया है, जिसके प्रभाव से युद्ध रुक गए, तृतीय विश्व युद्ध से मुक्ति मिली। आज पूरा विश्व गांधी जी के विचारों का अनुसरण कर रहा है। गांधी जी के विचारों में समस्त समस्याओं का समाधान है।
इस अवसर पर प्रमुख रुप से धनपाल सिंह, डाल भगवान सिंह, एम एल गुप्ता, सुरेश पाल सिंह, डॉ राम रतन सिंह पटेल, डॉ सुशील कुमार सिंह, एम एच कादरी, अभय माहेश्वरी, अखिलेश सिंह, सतेंद्र सिंह, आर्येंद्र पाल सिंह, राम लखन, महेश चंद्र, डॉ नासिर हुसैन, समिरुद्दिन एडवोकेट, आजाद सक्सेना, मो इब्राहीम, सुभाष सिंह, , प्रमोद कुमार, अजयपाल, वीरेंद्र कुमार, नेत्रपाल, रण विजय सिंह, टीकम सिंह, इंद्र पाल, मो नावेद, हरिओम, मो इरशाद, भगवान दास, धर्मपाल, संजय, देवेन्द्र, ओमकार, नंदराम, राजेश, बदन सिंह, जगदीश, प्रेमपाल, रामवीर, मो जावेद, राम स्वरुप, देवी चरन, सिपट्ट सिंह, रविन्द्र सिंह, राकेश आदि की सहभागिता रहीं।