प्रकाशनार्थ-यम द्वितीया आने के कुछ ही दिन शेष बचे हैं। यमुना में स्नान करने के लिए इस दिन देश विदेश से अनेक श्रद्धालु यहां आते हैं। यमुना में स्नान करते हैं। यमुना में स्नान करके यमराज और यमुना का पूजन करते हैं। आचमन करते हैं।इस अवसर पर यमुना जल का स्वच्छ होना आवश्यक है और यमुना के घाट भी स्वच्छ होने चाहिए। गन्दगी से श्रद्धालुओं की भावनाओं को ठेस न पहुंचे इसलिए प्रशासन से आग्रह करता हूं कि घाट और जल दोनों को स्वच्छ कराना परम आवश्यक है। प्रशासन को इस विषय पर गंभीरता दिखानी चाहिए।और घाटों के किनारे पुलिस व्यवस्था तथा गोताखोरों की भी उचित व्यवस्था हो जिससे कि अनहोनी से बचा जा सके।
पंडित राजेश अग्निहोत्री भागवत प्रवक्ता मथुरा