सहसवान। क्षेत्र के ग्राम कोल्हाई में स्थित संविलियन विद्यालय एवं बीआरसी केंद्र में संचालित विद्यालय की दुर्दशा आपको देखने को मिल जाएगी। बताते चलें यहां पर शौचालय की व्यवस्था इतनी खस्ता हाल है कि अगर उसमें कोई भी आस पास खड़ा हो जाए तो दुर्गंध आती दिखाई देगी साथ ही साथ बच्चे लेट्रिन टॉयलेट के लिए परेशान रहते हैं। अध्यापकों की भी उपस्थिति आज सुबह 9:30 बजे कम मिली जबकि विद्यालय में 10 लोगों का स्टाफ है। उसमें से मात्र 4 लोग ही मौजूद मिले सवाल उठता है।
शासन प्रशासन नौनिहालों को पढ़ाने के लिए हर तरह का संभव प्रयास करने के लिए अरबों रुपए का खर्च कर रही है। उसके बावजूद भी यहां पर अब व्यवस्थाएं हावी है। मजेदार बात यह है कि यहां पर बीआरसी केंद्र भी है। उसी परिसर में संविलियन विद्यालय भी है। वहां की स्थिति इतनी गंभीर है। तो सहसवान क्षेत्र के ग्रामों के स्कूलों का हाल क्या होगा और वहां पर ग्रामीणों ने बताया कि 1 हफ्ते से बी ई ओ विनोद कुमार बीआरसी केंद्र पर भी नहीं आए हैं। जब उनका फोन मिलाया जाता है तो वह फोन उठाने में असमर्थता जताते हैं। यही हाल बीएसए बदायूं का है। वह भी फोन उठाने में उदासीनता दिखाते हैं। अब जिलाधिकारी बदायूं एवं एडी बेसिक बरेली को देखना है कि अभी भी शासन की नीतियों पर शिक्षा विभाग के अधिकारी क्यों परे नहीं उतर रहे जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ बच्चों के भविष्य के लिए बेसिक स्कूलों के लिए अरबों रुपए खर्च कर उनके भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए प्रयत्नशील है लेकिन कर्मचारी इस को नजर अंदाज करते दिखाई देते नजर आ रहे हैं।