बदायूं। बेसिक शिक्षा विभाग के उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत खेल अनुदेशकों की एक दिवसीय रिफ्रेशमेंट कार्यशाला का पूनम लॉन में आयोजन किया गया। कार्यशाला का उद्घाटन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी आनंद प्रकाश शर्मा ने किया। उन्होंने खेल अनुदेशकों को सम्बोधित करते हुए कहा खेल का शारीरिक , मानसिक , संवेगात्मक एवं सामाजिक महत्व यह सिद्ध करता है कि खेल के द्वारा बालक के व्यक्तित्व का अच्छा विकास होता है।
नैतिक दृष्टि से खेल कार्यक्रमों से बालक में आत्म – नियन्त्रण , ईमानदारी , सच्चाई , निष्पक्षता , सहयोग तथा सहनशीलता आदि गुण उत्पन्न होते हैं। खेल हमारे जीवन का आवश्यक हिस्सा है। स्वस्थ शरीर और दिमाग काे विकसित करने के लिए खेल महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। बीएसए ने कहा सभी अनुदेशक खेल कैलेंडर के अनुसार अपने विद्यालयों में खेल प्रतियोगिताएं करना सुनिश्चित करें व विद्यालय में उपलब्ध खेल किट के माध्यम से बच्चों को प्रतिदिन विभिन्न खेलों का अभ्यास कराना सुनिश्चित करें।
जल्द ही जनपद के सभी खेल अनुदेशकों को खेल प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी, विजेता अनुदेशकों को प्रदेश व् राष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतियोगिताएं में प्रतिभाग कराया जायेगा। इस अवसर पर उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष संजीव शर्मा ने कहा कि अच्छे स्वास्थ्य के लिए खेल का शरीर को स्वस्थ और स्फूर्तिमय बनाये रखते है। खेल – कूद के दौरान शरीर के लगभग सभी अंगों का व्यायाम हो जाता है। मांसपेशिया सुदृढ़ बनती है जिससे काया निरोगी रहती है। जिला व्यायाम शिक्षक रामदास यादव ने खेल अनुदेशकों को विद्यालय व् न्याय पंचायत स्तर आयोजित किये जाने वाले खेलों के बारे में विस्तार से बताया। कार्यक्रम का संचालन सरवर अली ने किया। इस अवसर पर जिला स्काउट मास्टर सुधेश मिश्र , जिला व्यायाम शिक्षिका ज्योति सक्सेना समस्त विकास क्षेत्रों के खेल अनुदेशक उपस्थित रहे।
रिपोर्टर – भगवान दास