गर्भवती महिलाओं व बच्चों के लिए गंभीर बीमारियों की जीवनरक्षक वैक्सीन लगाई जाएगी
बदायूं। सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान के अंतर्गत शत-प्रतिशत टीकाकरण कराने के लिए मुख्य चिकित्साधिकारी के द्वारा कार्यालय में शनिवार को जनपद स्तरीय मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता मुख्य चिकित्साधिकारी ने की जिसमें महत्वपूर्ण बिंदु पर सघन इंद्रधनुष कार्यक्रम के तहत शत प्रतिशत टीकाकरण कराने पर जोर देतें हुए कहा कि किसी भी प्रकार की टीकाकारण लापरवाही नहीं होनी चाहिए। सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान को 07 मार्च से 15 मार्च तक कोविड टीकाकरण के दृष्टिगत 0 से 02 वर्ष के बच्चे व गर्भवती महिलाओं के छूटे हुए।टीका हेतु मिशन इंद्रधनुष 4.0 का आयोजन किया जा रहा है प्रत्येक चरण में प्रारंभ होने से सात दिन तक
विशेष ड्राइव चलाकर लक्षित व पात्र बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को गंभीर बीमारियों की जीवनरक्षक वैक्सीन लगाई जाएगी।बच्चों व गर्भवती महिलाओं के लिए नियमित टीकाकरण कार्यक्रम की गुणवत्ता में सुधार के लिए सघन मिशन इंद्रधनुष 4.0 की शुरुआत होने जा रही है। कोरोना काल में बाधित हुए नियमित टीकाकरण को गति देने के लिए 07 मार्च से मिशन इंद्रधनुष का नया सत्र शुरू हो रहा है। तीन चरणों तक चलने वाला मिशन इंद्रधनुष अभियान पहला चरण 07 मार्च दूसरा चरण 04 अप्रैल व तीसरा चरण 02 मई से शरु किया जाएगा। प्रत्येक चरण में प्रारंभ होने से सात दिन तक विशेष ड्राइव चलाकर लक्षित व पात्र बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को गंभीर बीमारियों की जीवनरक्षक वैक्सीन लगाई जाएगी।नियमित टीकाकरण के लिए आयोजित हो रहे मिशन इंद्रधनुष में 0 से 0 2 वर्ष तक के बच्चों और गर्भवती महिलाओं को 12 जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए टीका लगाया जाएगा। क्यों जरूरी है नियमित टीकाकरण के अंतर्गत बच्चों व गर्भवती महिलाओं को गंभीर बीमारियों से बचाव के लिए प्रतिरक्षित किया जाता है। नियमित टीकाकरण न कराने वाले बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है जिस कारण उनके शरीर में जानलेवा बीमारियों से लड़ने की ताकत नहीं रहती हैं। कई बार यह होता हैं कि टीकाकरण से छूटे हुए बच्चे रोगों की चपेट में आ जाते हैं जिससे दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। शिशुओं के जीवन और भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए टीकाकरण सबसे प्रभावी और बीमारियों से बचाव के लिए टीका लगेगा।
रिपोर्टर – भगवान दास